एजबेस्टन में इंग्लैंड दौरे के दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद इरफान पठान ने बड़ा बयान दिया। बुमराह का चोट के कारण नहीं बल्कि संभावित चोट की चिंता के कारण बाहर बैठने से टेस्ट में भारत की गेंदबाजी लाइनअप में स्थिरता नहीं आ पा रही है। पठान ने कहा कि भारत को अब बुमराह और लंबे समय से उनके साथी रहे मोहम्मद शमी से आगे बढ़ जाना चाहिए।
सोनी स्पोर्ट्स पर पठान ने बुमराह को लेकर कहा, ” अगर आप भारतीय टीम में चुने जाते हैं, तो आप अपने वर्कलोड को मैनेज करने के लिए चुन-चुनकर नहीं खेल सकते। उनके जैसा कोई दूसरा गेंदबाज नहीं है, वे विश्व स्तरीय हैं। लेकिन यहां आप चोट के कारण नहीं, बल्कि ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ के कारण मैच मिस कर रहे हैं। अब आकाशदीप उनकी जगह लेंगे और उनके आते ही उनसे अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद की जाएगी। हो सकता है कि वे ऐसा करें, लेकिन किसी भी गेंदबाज को जमने के लिए समय चाहिए। उस निरंतरता की जरूरत है।”
बुमराह-शमी के बिना खेलने के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए
पठान ने कहा, “इसीलिए मैं कह रहा हूं कि भारतीय क्रिकेट को बुमराह और (मोहम्मद) शमी के बिना खेलने के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए। उन्हें टेस्ट क्रिकेट में उनके बिना खेलने की योजना बनानी शुरू कर देनी चाहिए।” पठान ने बताया कि क्यों पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में बुमराह का टीम से आना-जाना भारत के लिए दो तरह से नुकसानदेह है।
स्थिरता पर असर
पठान ने कहा, “लाइनअप का मुख्य तेज गेंदबाज विदेश में सभी पांच टेस्ट नहीं खेल सकता है, इसलिए सबसे पहले, भारत को पूरी सीरीज में बुमराह की सेवाएं नहीं मिलेंगी और दूसरी बात उनके रिप्लेसमेंट एक युवा खिलाड़ी को केवल तभी खेलने का मौका मिल रहा है जब वह नहीं खेल रहे हों। इसलिए उनके पास स्थिरता नहीं है।”
विदेश में एकमात्र पांच मैचों की सीरीज
पठान ने कहा, “यह नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकल की विदेश में एकमात्र पांच मैचों की सीरीज है। यह वह सीरीज है, जिसमें बुमराह की सबसे अधिक आवश्यकता थी। अगर उन्हें कोई परेशानी या चोट होती, तो मैं समझ सकता था। लेकिन सिर्फ उनके वर्कलोड को मैनेज करने के लिए? तो मुझे नहीं लगता कि यह भारत के लिए फायदेमंद होगा।”