भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव के लिए साल 2018 बहुत खास रहा। इस साल वनडे क्रिकेट में कुलदीप ने शानदार गेंदबाजी करते हुए ढेरों विकेट लिए हैं। साल 2017 में विंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाला ये चाइनामैन क्रिकेट के हर प्रारूप में लगातार सफलता की उचाईयों को छूटा जा रहा है। 2018 में 24 साल के इस गेंदबाज ने 19 वनडे मैचों में 17.78 के औसत से 45 विकेट चटकाए हैं। वहीं इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 22.98 रहा। कुलदीप ने इस साल पहली बार दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और युएई (एशिया कप) का दौरा किया। वहां उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए वनडे सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कुलदीप ने बताया कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की वे एक दिन भारत की विश्वकप टीम का हिस्सा बनेंगे।

परिस्थितियां कैसी भी रहीं हो चाहे वे स्पिनर के अनुकूल हो या न हो कुलदीप ने हर जगह विकेट लिए हैं। कुलदीप ने बताया ‘मैं खुश हूं जिस तरह से ये साल खत्म हुआ। साल की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में अच्छे प्रदर्शन के साथ हुई और ऑस्ट्रेलिया में जीत से साथ खत्म हुई। मैं सामने आने वाली हर परिस्थिति के मजे लेता हूं। जब उनसे चहल के साथ उनकी पार्टनरशिप के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा ‘चहल के साथ मेरी जोड़ी बहुत सफल रही है। हम दोनों का काम बीच के ओवरों में विकेट लेना है। स्पिनर होने के नाते ये आसान नहीं होता क्योंकि अगर हम विकेट नहीं लेंगे तो रन पड़ सकते हैं। लेकिन हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं और यही हमारी ताकत है।’ जब उनसे पूछा गया कि ऐसी ही एक पार्टनरशिप उनकी भारतीय विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के साथ भी है। तो कुलदीप ने कहा ‘ माही भाई के पास बहुत अनुभव है। वे हमें खेल कि छोटी छोटी बारीकियों से अवगत करते रहते हैं। वो एक गेम चेंगर हैं विकेट के पीछे जिस फुर्ती से वे काम करते हैं ऐसा किसी और को करते मैंने कभी नहीं देखा।’

कुलदीप इन दिनों टी20 रैंकिंग में दूसरे नंबर पर हैं। इसपर कुलदीप ने कहा ‘अच्छा लगता है कि आप विश्व के सबसे अच्छे गेंदबाजों में से एक हैं। आप अगर विश्वक्रिकेट में दूसरे नंबर पर हो इसका मतलब आप सही रस्ते पर हो। अभी नंबर एक पर अफगान क्रिकेट खिलाड़ी राशिद खान हैं और वे इसके लायक भी हैं। पिछले कुछ समय में उन्होंने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है। हां अगर मैं इसी तरह अच्छा प्रदर्शन करता रहा तो एक दिन नंबर 1 भी हो जाऊंगा। न्यूज़ीलैंड के विकेट के बारे में जब कुलदीप से पुछा गया तो उन्होंने कहा ‘जब भी मैं छोटे मैदान में खेलता हूं मैं गेंद को टॉस करता हूं। एक कहावत है कितना भी पाटा विकेट क्यों न हो जितना आप हवा में डालोगे बल्लेबाज उतना फंसेगा। अगर छोटे मैदान और फ्लैट विकेट पर तेज गेंद डालोगे तो बल्लेबाज आसानी से आपकी गेंद को पढ़ लेगा और मरेगा। में हमेशा ये बातें याद रखता हूं और बल्लेबाज को लूप देता हूं। जब भी बल्लेबाज मुझे छक्का मारता है मैं खुश होता हूं क्योंकि ये मुझे उसे आउट करने का मौका देता है। गेंद को घुमाना और हवा में बल्लेबाज को छकाना मेरी ताकत है।’