ऐसा कई बार देखने को मिला है कि जब खिलाड़ी भारत का नाम रोशन करते हैं तो सरकार उन्हें बहुत कुछ देने का वादा कर बैठती हैं लेकिन जब उन वादों को पूरा करने का समय आता है तो सरकार नजरअंदाज करती हुई दिखाई देती है। हाल ही में साक्षी मलिक ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया था कि 2016 के ओलम्पिक खेलों में कांस्य पदक जीतने के बाद उन्हें नौकरी दी जाएगी जो कि उन्हें नहीं दी गई। साक्षी ने इस मामले को लेकर एक ट्वीट भी किया था जिसके बाद बवाल हो गया था। ऐसा ही कुछ एक हॉकी खिलाड़ी के साथ भी हुआ है। इस खिलाड़ी का नाम युवराज वाल्मिकी है। युवराज का नाम उन दिनों सुर्खियों में था जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलते हुए बेहतरीन गोल किया था।
युवराज के इस शानदार प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र सरकार ने उससे वादा किया था कि उसे घर दिया जाएगा लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी युवराज सरकार द्वारा उनके वादे को पूरा करने की उम्मीद लगाए हुए हैं। दो दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए युवराज ने शिकायत कर सरकार से अपना वादा पूरा करने की मांग की है। फिलहाल युवराज अपने परिवार के साथ मरीन लाइन स्थित 100 स्क्वॉयर फीट के एक अपार्टमेंट में रहते हैं। युवराज ने अपने ट्वीट में लिखा कि मैं 60 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुका हूं, मैंने अपना खून-पसीना देश को दिया है जिसके लिए मुझे गर्व है।
I represented my Country in over 60 hockey matches ,i gave my sweat & blood for the country and i am proud of that. Still waiting for house
— Yuvraj Walmiki (@YWalmiki) September 7, 2017
I am just asking for the support from the government,from the people who follows the sport!Help me reach the message to the concerned person
— Yuvraj Walmiki (@YWalmiki) September 7, 2017
2011 में जब राज्य में पृथ्वीराज चौहान की सरकार थी तब मुझे घर देने का वादा किया गया था लेकिन मैं आज भी घर मिलने का इंतजार कर रहा हूं। मैं केवल उसी के लिए कह रहा हूं जिसके लिए मुझसे वादा किया गया था, मैं आशा करता हूं कि न्याय जरुर मिलेगा, मुझे आशा है कि 6 साल पहले किया मुझसे वादा पूरा किया जाएगा। डीएनए के मुताबिक 2014 में जब देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के सीएम पद की शपथ ली थी तो युवराज को समारोह में बुलाया गया था। वहीं इस पर राज्य सरकार के मंत्री विनोट तावड़े ने कहा कि इस प्रकार के घरों को लेकर हाई कोर्ट में केस चल रहा है और जैसे ही फैसला आ जाएगा तो इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा।
