हॉकी इंडिया पहली बार महिला लीग कराने जा रहा है। 250 महिला खिलाड़ियों के लिए मंगलवार 15 अक्टूबर 2024 को ऑक्शन हुआ, जिसमें चार टीमों ने हिस्सा लिया। श्राची बंगाल टाइगर्स, ओडिशा वॉरियर्स, दिल्ली एसजी पाइपर्स और सूरमा क्लब (पंजाब और हरियाणा) ने खिलाड़ियों के लिए बोली लगाई। फ्रेंचाइजी ने दो करोड़ रुपये के पर्स में अपने लिए टीम तैयार की थी। हालांकि, दिन की शुरुआत में हॉकी इंडिया के महासचिव के बयान ने असमंजस की स्थिति पैदा कर दी।

भोलानाथ को नहीं पता था कितना है पर्स

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टर्की और महासचिव भोलानाथ ने हॉकी इंडिया लीग के ऐलान के समय यह कहा था कि वह महिला हॉकी को आगे बढ़ाना चाहते हैं और इसी कारण पहली बार महिला लीग का आयोजन कर रहे हैं। हालांकि हॉकी इंडिया के महासचिव ही नहीं जानते कि महिला टीमों का पर्स क्या है।

भोलानाथ ने बताई पर्स की रकम

महिला टीमों के लिए चारों टीमों को दो-दो करोड़ रुपए का पर्स दिया गया था वहीं पुरुष टीमों के लिए पर्स की रकम चार करोड़ रुपये है। ऑक्शन से पहले जारी किए गए आधिकारिक बयान में भी यही कहा गया था।

दोनों टीमों के पर्स की रकम के फर्क को लेकर जब भोलानाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘ढाई करोड़ का पर्स है। किसने कहा दो करोड़ रुपए है। और ढाई करोड़ इसलिए है क्योंकि महिला लीग में केवल चार टीमें हैं।’

हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने दी सफाई

जब इसे लेकर ऑक्शन के दौरान कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हुई तो ऑक्शन से जुड़े अधिकारियों को इसे लेकर सफाई देनी पड़ी। हॉकी इंडिया के अन्य अधिकारियों की तरफ बताया गया कि महिला पर्स की रकम ढाई करोड़ नहीं दो करोड़ रुपए है। सभी टीमें इसी रकम के साथ खिलाड़ियों के लिए बोली लगा रही है। ऐसे में महज कुछ समय पहले दिया गया भोलानाथ सिंह का बयान गलत साबित हो गया। हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने हालांकि यह उम्मीद जताई है कि अगले साल फ्रेंचाइजी की संख्या बढ़ेगी और आने वाले समय में महिला खिलाड़ियों के लिए लगने वाली बोली भी 50 लाख के पार जाएगी।