जकार्ता एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वालीं हिमा दास और अन्य खिलाड़ियों ने नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं। एनआईएस इससे पहले भी सुर्खियों में रहा था जब, दो मुक्केबाजों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की बात सामने आई थी। ताजा मामला खराब भोजन मिलने को लेकर है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, पिछले महीने यानी अगस्त में हिमा दास और कुछ अन्य खिलाड़ियों ने शिकायत दी थी। साथ ही एथलेटिक्स ने रसोईघर की साफ-सफाई को लेकर भी अपना विरोध दर्ज कराया था। इस घटना की जानकारी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को मिलने के बाद उसने एक जांच समिति का गठन कर दिया है। यह समिति सुनिश्चित करेगी कि एथलीट्स को उनकी जरूरत के हिसाब का खाना मिले।
साई की ओर से अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार, हिमा ने अपने खाने में नाखून मिलने की शिकायत की थी। उन्होंने इसकी तस्वीर लेकर एनआईएस प्रशासन को भी दी है। सूत्र ने बताया कि हिमा ने इसकी जानकारी खेल मंत्री किरण रिजिजू को भी दी। रिजिजू ने साई को तुरंत खिलाड़ी से बात करने और उनकी समस्या का समाधान करने की बात कही। इसके बाद साई अधिकारियों और शिकायत करने वाले एथलीट्स ने एक वर्चुअल मीटिंग भी की थी।
सूत्र ने यह भी बताया कि कई खिलाड़ियों के भोजन में बाल भी निकले थे। किचेन में काम करने वाले लोगों पर हाथ धोने और सफाई का ध्यान नहीं रखने की बात भी सामने आई है। इस बारे में साई की ओर से बयान आया है, ‘अगस्त महीने में एथलीट्स की तरफ से खराब भोजन गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई थी। इसके बाद खाद्य सामग्री की जांच के लिए एसओपी का गठन कर दिया गया है।’
साई ने कहा, ‘हमने तत्काल सुधार के निर्देश दिए हैं। हमने अधिकारियों और खिलाड़ियों के साथ मिलकर बैठक भी की थी। उसमें इस पर चर्चा की गई। हमने आदेश दिया है कि यह सुनिश्चित हो कि खिलाड़ियों को उनकी आवश्यकतानुसार भोजन मुहैया कराया जाए। खिलाड़ियों से उनकी पसंद के बारे में भी फीडबैक लिया जाएगा।’