भारत के 17 साल के डी गुकेश ने सोमवार को कनाडा के टोरंटो में खेले जा रहे कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट 2024 जीतकर इतिहास रच दिया। वह यह टूर्नामेंट जीतने वाले देश के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। वहीं दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद वह कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय हैं। गुकेश अब वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए चीन के डिंग लिरेन का सामना करेंगे।
गुकेश ने आखिरी राउंड में खेला ड्रॉ
गुकेश ने 14 में से 9 अंक हासिल करके खिताब जीता। वह आखिरी राउंड से पहले अंकतालिका में टॉप पर थे। आखिरी राउंड में उन्होंने अपने चिर प्रतिद्वंदी हिकारू नाकामुरा के खिलाफ ड्रॉ किया। उन्हें अपनी जीत के लिए इयान नेपोमनियाची और फाबियानो कारुआना के मैच के परिणाम का इंतजार करना पड़ा। 109 मूव्स के बाद जब दोनों खिलाड़ियों के बीच ड्रॉ हुआ तो गुकेश ने पहले स्थान पर जगह पक्की और यह टूर्नामेंट जीत गए।
भारतीय खिलाड़ियों का परिणाम
भारत की ओर से पुरुष वर्ग में तीन और महिला वर्ग में दो खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। गुकेश के अलावा 19 साल के आर प्रज्ञानंद 7 अंक के साथ पांचवें और विदित गुजराती 6 अंक के साथ छठे स्थान पर रहे। महिला वर्ग में वैशाली रामबाबू और कोनेरू हंपी 7.5/14 अंक के साथ महिला वर्ग में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहीं। महिला वर्ग का खिताब जीत की टैन जोंगयी ने जीता।
क्या है नियम
चेस कैंडिडेट्स चैंपियनशिप में महिला और पुरुष वर्ग में 8-8 खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। यहां नॉकआउट मैच नहीं होते हैं। हर खिलाड़ी एक-दूसरे का दो-दो बार सामना करता है। खिलाड़ी को हर जीत के लिए एक अंक और ड्रॉ के 0.5 अंक दिए जाते हैं। आखिर में अंकतालिका में टॉप पर रहना वाला खिलाड़ी विजेता बनता है। यह खिलाड़ी गत वर्ल्ड चैंपियन को चैलेंज करता है। दोनों के बीच होने वाले मुकाबले का विजेता वर्ल्ड चैंपियन बनता है।
मैग्नस कार्लसन को करारा जवाब
गुकेश ने अपनी जीत से छह बार के वर्ल्ड चैंपियन और नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन को करारा जवाब दिया। कार्लसन ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले यह बयान दिया था कि उन्हें नहीं लगता कि कोई भारतीय यह टूर्नामेंट जितेगा। हालांकि भारत के सबसे युवा खिलाड़ी ने खिताब जीतकर यह दिखा दिया कि शतरंज में एक बार फिर भारत की बादशाहत होने वाली है।