मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने आज यहां कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को प्रदर्शन में निरंतरता लानी चाहिए और आल इंग्लैंड तथा विश्व चैम्पियनशिप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं को निशाना बनाना चाहिए। गोपीचंद ने हाल में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर संतोष जताया जिसमें पीवी सिंधू और बी साई प्रणीत भी शामिल हैं लेकिन कहा कि अगले स्तर पर जाने का समय आ गया है क्योंकि अब भी काफी कुछ हासिल किया जाना बाकी है। गोपीचंद ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि निश्चित तौर पर काफी संतोषजनक बात है। लेकिन साथ ही खिलाड़ियों में जो क्षमता है, मुझे लगता है कि काफी कुछ है जो वे हासिल कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘हम काफी अच्छी स्थिति में हैं और वे सभी काफी युवा हैं और उनमें बैडमिंटन के कई साल बचे हैं। यह भारतीय बैडमिंटन के लिए काफी अच्छा है और असल में दुनिया के कई देशों के पास हमारे जैसे खिलाड़ी नहीं हैं। गोपीचंद यहां एक कार्यक्रम में बोल रहे थे जहां सिंगापुर ओपन चैम्पियन प्रणीत और इंडिया ओपन चैम्पियन सिंधू को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2001 के आल इंग्लैंड चैम्पियन गोपीचंद ने कहा, ‘‘अपने इतिहास में पहली बार हमने इतने सारे पदक और प्रतियोगिताएं जीती हैं और उम्मीद करता हूं कि हम इन सभी चीजों को बेहतर कर सकते हैं। यह ओलंपिक पदक का रंग हो या सुपर सीरीज या विश्व चैम्पियनशिप और आल इंग्लैंड जैसी प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन में निरंतरता।’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगल स्तर यह होना चाहिए कि हम सुदिरमन कप और थामस उबेर कप जैसी प्रतियोगिता जीतें और हम एशिया तथा राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक में पदक जीतें। यह अच्छा है कि हम ऐसी स्थिति में हैं कि हम सोच सकते हैं कि इन चीजों को हासिल किया जा सकता है।
