इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज औवेस शाह ने इस बात से इंकार किया है कि न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता वाले जांच आयोग ने उन्हें कभी तलब किया था। उच्चतम न्यायालय में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच से जुड़ी सुनवाई के दौरान अंजाने में ही इस खिलाड़ी का नाम ले लिया गया था।
इंग्लैंड की ओर से छह टेस्ट मैच, 71 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच और 17 टी-20 मैच खेल चुके शाह ने इस मुददे पर ‘निराशा’ व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ‘अदालत से कोई स्पष्टीकरण’ नहीं मिला है।
शाह ने ब्रिटिश मीडिया के लिए एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें ‘अपने जांच या संदेह के घेरे में होने की कोई जानकारी’ नहीं थी।
शाह ने अपने बयान में कहा, ‘‘मुझे आज पता चला कि मेरा नाम भारत के उच्चतम न्यायालय को सौंपी गयी मुद्गल रिपोर्ट में आरोपी के तौर पर शामिल है। सुबह यह समाचार मिलने से पहले मुझे अपने जांच या संदेह के घेरे में होने की कोई जानकारी नहीं थी।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मुझे मुद्गल जांच आयोग या भारत के उच्चतम न्यायालय या इससे जुड़े किसी भी व्यक्ति से कुछ सुनने को नहीं मिला, ना ही मेरी पेशी हुई या उनसे किसी तरह का संवाद हासिल हुआ। मुझे कुछ पता नहीं है कि मेरे ऊपर क्या आरोप लगाए गए हैं या क्या मामला है, अगर ऐसा कुछ हो, तो मैं जवाब दूंगा।’’
शाह ने कहा, ‘‘मैं अपना नाम लेने वाली अदालत से कुछ स्पष्टीकरण मिलने की उम्मीद करता लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा और खुद की बात स्पष्ट करने की या मुझसे संपर्क करने की कोई कोशिश नहीं की जो निराशाजनक है।’’
उन्होंने कहा कि वह इससे ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे।