भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीम के पूर्व शोर्ड मारिन ने अपनी किताब में तत्कालीन मेन्स टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह पर आरोप लगाया था कि एक खिलाड़ी ने उनके कहने पर जानबूझकर खराब प्रदर्शन किया था। हालांकि, अब शोर्ड मारिन ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। साथ ही पूरे घटनाक्रम के लिए मीडिया को दोषी ठहराया। शोर्ड मारिन ने इस संबंध में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की।
शोर्ड मारिन ने लिखा, ‘भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम का कोच रहते हुए मेरे और खिलाड़ियों के बीच बहुत अच्छे संबंध थे। इस रिश्ते का आधार भारत में हॉकी के प्रति म्युचुअल रिस्पेक्ट (आपसी सम्मान) और प्रतिबद्धता पर बना था।’
अफवाहों पर आधारित आरोप को सार्वजनिक करने का है दुख: शोर्ड मारिन
शोर्ड मारिन ने लिखा, ‘मुझे खेद है कि मैंने जूनियर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के संदर्भ में अनजाने में पुरुष टीम के तत्कालीन कप्तान मनप्रीत सिंह के खिलाफ अफवाहों पर आधारित आरोप का सार्वजनिक उल्लेख कर दिया। मुझे अब अहसास हुआ कि इस तरह के आरोप के लिए कोई सामग्री या आधार नहीं था।’
शोर्ड मारिन ने लिखा, ‘मेरी टिप्पणी के कारण मनप्रीत और टीम को पहुंचने वाले दर्द और दुख के लिए मुझे अफसोस है और माफी मांगता हूं। मैं यह भी स्पष्ट करने चाहता हूं कि इस संबंध में मीडिया में प्रकाशित मेरे बयान गलत सूचना का परिणाम थे। मेरी टिप्पणी भारत में हॉकी के खेल में मनप्रीत सिंह की प्रतिष्ठा और शानदार योगदान पर किसी भी तरह से कमतर करने की नहीं थी।’
शोर्ड मारिन की हो कोचिंग में भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में चौथे नंबर पर रही थी। टीम की परफॉर्मेंस पर मारिन ने कहा था, ‘मेरे लिए वे सबसे खूबसूरत पल हैं। इसका कारण यह है कि हमने एक विरासत बनाई है। हमने पदक जीतने से बढ़कर उपलब्धि हासिल की है।’