दुनिया भर की सरकारों ने ठान लिया है कि कोरोनावायरस से डरकर जिंदगी में ठहराव नहीं लाना है। सभी ने कोरोनावायरस के साथ जिंदगी जीनी की ठान ली है। खेल संस्थानों का भी ऐसा ही मानना है। इसका उदाहरण तब देखने को मिला जब इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीमें सोमवार को मैदान पर उतरीं। दोनों ने अपने-अपने देश में अभ्यास किया।
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रिकेटरों ने सोमवार को सिडनी ओलंपिक पार्क में प्रशिक्षण शुरू किया। इस अभ्यास सत्र में दुनिया के नंबर वन टेस्ट बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने भी हिस्सा लिया। स्मिथ ने अभ्यास के बाद कहा कि उन्होंने दो महीने बैट उठाया है। पिछले 2 महीने के दौरान उन्होंने शारीरिक और मानसिक फिटनेस पर ध्यान दिया। यही वजह है कि लॉकडाउन के बावजूद वह इस समय पिछले कई वर्षों के अपने बेस्ट शेप में हैं।
स्मिथ के अलावा डेविड वार्नर और मिशेल स्टार्क ने भी अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। ऑस्ट्रेलिया में अन्य देशों के मुकाबले COVID-19 महामारी का प्रकोप कम है। वहां अब तक 7000 से ज्यादा मामले ही सामने आए हैं। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बात करते हुए स्मिथ ने कहा, ‘मैं शायद अपने सबसे शेप में हूं। मैंने घर पर रनिंग की। जिम किया। ये दो महीने कड़ी मेहनत की।’ हालांकि, स्मिथ ने लॉकडाउन में पिछले दो महीनों से बल्ला नहीं उठाया। स्मिथ ने कहा कि इस जबरन ब्रेक के दौरान उन्होंने शारीरिक और मानसिक फिटनेस पर ध्यान केंद्रित किया।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय सत्र का ऐलान किया था। उनका यह सीजन 9 अगस्त से शुरू होने वाला है। स्मिथ ने कहा, ‘वास्तव में मैंने बल्ला छुआ नहीं। घर पर थोड़ा बहुत अभ्यास होता है। मैंने अभी इसे थोड़ा बंद करने की कोशिश की है। मैं इसे अक्सर नहीं करता। मैं सिर्फ खुद को फिट, मजबूत और मानसिक रूप से तरोताजा रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहा था।’
इस बीच, इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने भी जैव-सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षण शुरू कर दिया। वहीं, श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी सोमवार से अभ्यास शुरू किया। ब्रिटिश सरकार ने भी दर्शकों के बिना पेशेवर खेलों की बहाली की मंजूरी दे दी है। इंग्लैंड ऐंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है। ईसीबी ने कहा, ‘हम इस फैसले से काफी खुश हैं। इससे दर्शकों के बिना पेशेवर और घरेलू क्रिकेट की बहाली हो सकेगी। खिलाड़ी फिर अपने क्लबों के लिए खेल सकेंगे।’

