क्रिकेट जगत पर एशेज का खुमार चढ़ चुका है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के दिग्गजों के बीच बयानबाजी भी शुरू हो गई है। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर स्टुअर्ट ब्रॉड ने जोस बटलर के साथ बीबीसी पॉडकास्ट पर बातचीत के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम को 2010 के बाद से सबसे कमजोर बताया। इंग्लैंड को उन्होंने 2010 के बाद से सबसे मजबूत बताया। दूसरी ओर स्टीव स्मिथ ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में बैजबॉल (मैकुलम-स्टोक्स युग) नहीं चलेगा।

बॉड के बयान पर गौर करें तो ऑस्ट्रेलिया की टीम वास्तव में कमजोर दिखाई दे रही है। उसके प्रीमियम तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड और कप्तान पैट कमिंस पहले टेस्ट में अनुपलब्ध होंगे। 4 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई तेज गेंदबाज डेब्यू कर सकता है। ब्रेंडन डोगेट को मौका मिल सकता है। इससे पहले स्कॉट बोलैंड ने डेब्यू किया था, जो मिचेल स्टार्क के साथ पेस अटैक में शामिल होंगे। हेजलवुड और कमिंस के न होने से इंग्लैंड का पलड़ा भारी दिखाई देता है।

ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी कमजोर

4 साल
तेज गेंदबाज ने किया था डेब्यू
दिग्गज अनुपलब्ध
2
कमिंस और हेजलवुड पहले मैच में नहीं खेलेंगे
नया चेहरा
1
ब्रेंडन डोगेट के पहले टेस्ट में डेब्यू की संभावना
पिछला डेब्यू
2020
स्कॉट बोलैंड का बॉक्सिंग डे टेस्ट पर
इंग्लैंड से तुलना
9
इसी अवधि में इंग्लैंड ने नए तेज गेंदबाज किए इस्तेमाल
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ओपनिंग जोड़ी कमजोर कड़ी

ऑस्ट्रेलिया एक और वजह से कमजोर टीम दिखाई देती है। यह वजह है ओपनिंग जोड़ी। उस्मान ख्वाजा का पार्टनर कौना होगा यह ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग 11 के ऐलान पर ही पता चलेगा। डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद खूब प्रयोग हुए हैं। स्टीव स्मिथ से मार्नस लाबुशेन तक को आजमाया जा चुका है। जेक वेदराल्ड के डेब्यू करने की संभावना है। एशेज में ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनर के डेब्यू के उदाहरण बहुत कम हैं। पिछले 32 साल में ऑस्ट्रेलिया के लिए केवल विशेषज्ञ ओपनर ने डेब्यू किया है। कैमरन बैनक्रॉफ्ट ने 2017-18 में डेब्यू किया था।

एशेज में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर का डेब्यू

32 साल
ओपनर का डेब्यू
डेब्यू की संभावना
2025
जेक वेदरल्ड
पिछला डेब्यू
2017/18
कैमरन बैनक्रॉफ्ट
अंतराल
7 साल
एशेज में ओपनर के डेब्यू के बीच
अस्थिरता
ओपनिंग
ऑस्ट्रेलिया की कमजोर कड़ी
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14 साल का सूखा

स्टीव स्मिथ को गलत साबित करने के लिए इंग्लैंड की टीम को 5 मैचों की सीरीज जीतना होगा। ऐसा करने पर 14 साल का सूखा खत्म हो सकता है। 2010-11 के बाद से इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीती है। पिछले तीन दौरों पर 15 मैच में से 13 हारी है। 2 मैच ड्रॉ रहे हैं। हालांकि, बैजबॉल युग में यह पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा इसलिए इंग्लैंड की टीम पर पुराने रिकॉर्ड से बहुत परेशान नहीं होगी।

ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड का सूखा

14 साल
जीत का इंतजार
2010/11
पिछली जीत
3
ऑस्ट्रेलिया के दौरे
13
हार (15 मैच)
2
ड्रॉ मैच
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39 साल का कलंक धुलेगा

स्टोक्स टीम अपने एक रिकॉर्ड को लेकर काफी उत्साहित होगी। वह उस रिकॉर्ड से प्रेरणा लेकर 14 साल के सूखे को खत्म करना चाहेगी। स्टोक्स की कप्तानी वाली टीम ने 11 सीरीज में से नौ में पहला मैच जीता है। विदेश में उसने पांच में से पांच सीरीज के पहले मैच में जीत हासिल की। इसमें पिछले साल हैदराबाद में भारत के खिलाफ जीत शामिल है। अगर पर्थ में 21 नवंबर से पहले टेस्ट में यह सूखा खत्म हुआ तो 39 साल का पुराना दाग धुल जाएगा। 1986-87 में पिछली बार इंग्लैड ने ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज की शुरुआत जीत से की थी। टीम 2-2 से सीरीज जीतने में सफल रही थी। पिछले चार एशेज सीरीज में अंग्रेज पहला हारे हैं। 2023 में टीम 0-2 से पिछड़ गई थी।

बैजबॉल युग: ऑस्ट्रेलिया में पहली परीक्षा

9/11
सीरीज के पहले मैच में जीत (स्टोक्स-मैकुलम युग)
82%
सीरीज के पहले मैच में जीत का दर
5/5
विदेश में पहले टेस्ट में जीत
हैदराबाद
भारत में भी जीत से शुरुआत
पहली बार
ऑस्ट्रेलिया दौरा
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