पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले के भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व खिलाड़ी सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री व वीरेंद्र सहवाग में से किसी को भी कोच बनाया जा सकता है, लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि इतने बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके सौरव गांगुली पर इस पद को लेकर विचार ही नहीं किया जा रहा है? ये सुनने में आ रहा है कि सौरव गांगुली टीम के कोच नहीं बनेंगे क्योंकि उन्होंने इस बारे में सोचा ही नहीं है। सौरव गांगुली ने टीम के कोच के लिए आवेदन नहीं दिया था इसलिए उनके नाम को लेकर विचार भी नहीं किया जा रहा है।
सौरव गांगुली अपनी टीम केएक बहुत ही आक्रामक कप्तान और एक बहुत ही अच्छे मेंटर रह चुके हैं। यह बहुत ही हैरान करने वाली बात है कि सौरव गांगुली ने कोच के लिए अप्लाई ही नहीं किया था। ऐसा क्यों हुआ क्योंकि वे इस पद के काबिल ही नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार जब सौरव गांगुली आईपीएल की गर्वनर काउंसिल की बैठकों में हिस्सा नहीं ले रहा थे तो वे दूसरी तरफ क्रिकेट एसोसियसन ऑफ बंगाल को चलाने में व्यस्त थे। वे जब बीसीसीआई की टेक्निकल कमेटी के सदस्य थे, तो वे भारतीय टीम के लिए कोच की तलाश में जुटे हुए थे। उन्हें समय ही नहीं मिला पाया कि वे खुद के लिए समय निकालकर टीम के कोच के लिए आवेदन दे सकें।
एक प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते सब उनके हाथ में था लेकिन आवेदन न किए जाने के कारण कोच के लिए उनपर विचार नहीं किया जा रहा है। सौरव ने इस बात को लेकर स्पष्ट किया कि अगर वे चाहते तो कोच के पद के लिए अप्लाई कर सकते थे यदि वे टीम प्रशासन का हिस्सा नहीं होते। फिलहाल अभी एक आशा बनी हुई है कि उन्हें हम कोच के रूप में देख सकेंगे क्योंकि सुबह उन्होंने सीएसी के सदस्यों से मुलाकात की थी।
