भारत के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने ब्रिस्बेन में होने वाले पहले टेस्ट मैच में कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का मानना है कि इस एक मैच के परिणाम के आधार पर इस युवा खिलाड़ी की नेतृत्वक्षमता का आकलन नहीं किया जाना चाहिए।

अजहर ने पीटीआई भाषा को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘आपको एक टेस्ट के आधार पर कोहली का आकलन नहीं करना चाहिए क्योंकि किसी को भी यह समझना चाहिए कि उन्हें धोनी के चोटिल होने के कारण कप्तानी मिली है। इसलिए मुझे लगता कि हमें एक टेस्ट के आाधार पर उनका आकलन नहीं करना चाहिए। हमें उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए। उन्हें अपने काम का मजा लेने दो और उनके बल्ले को जवाब देने को। ’’

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के मौकों के प्रति आश्वस्त अजहर ने कहा कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम की तुलना में काफी बेहतर दिख रही है और भारत को टेस्ट श्रृंखला जीतनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम बहुत अच्छी है और यदि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं जीत पाते हैं तो मुझे निराशा होगी। मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत है जितनी दो-तीन साल पहले हुआ करती थी। वॉर्नर तथा एक या दो खिलाड़ियों को छोड़कर उसके पास कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो अंतर पैदा कर सके। दूसरी तरफ भारत के पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।’’

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1992 में टेस्ट श्रृंखला और उसके बाद विश्व कप में भारत की अगुवाई करने वाले अजहर का मानना है कि इस क्रिकेट महाकुंभ से पहले श्रृंखला खेलना सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे आपको ऑस्ट्रेलियाई विकेट और परिस्थितियों का पता चल जाता है इसलिए मेरा मानना है कि यह अच्छा संकेत है। आपको इसे नकारात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक रूप में लेना चाहिए।’’

भारतीय टीम 1992 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी थी और अधिकतर का मानना था कि इसका कारण भारत का व्यस्त कार्यक्रम था लेकिन अजहर ऐसा नहीं मानते। उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि उन्हें परिस्थितियों का पता चल जाएगा। मेरा मानना है कि भारत को विश्व कप में उतरने से पहले परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझने का मौका मिलेगा।’’

भारतीय गेंदबाजी आक्रमण से प्रभावित अजहर ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई विकेटों पर अच्छी गेंदबाजी का मूलमंत्र ‘फिटनेस’ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास बहुत अच्छा आक्रमण है। वे तेज गेंद कर सकते है। हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो 135 से 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। इसलिए मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता जिससे लगे हम वहां अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते।’’

अजहर ने कहा, ‘‘जहीर खान पिछले दो साल से टीम के साथ नहीं हैं, इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें उसकी कमी नहीं खलेगी। यदि वे खुद को फिट बनाये रखते हैं तो वास्तव में काफी उपयोगी साबित होंगे।’’

अजहर से पूछा गया कि क्या महेंद्र सिंह धोनी का कप्तान के रूप में प्रदर्शन श्रृंखला में निर्णायक साबित होगा, उन्होंने कहा कि भारतीय टीम से जुड़ा हुआ है एक व्यक्ति से नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह धोनी से जुड़ा सवाल नहीं है। यह भारतीय टीम के विदेशों में अच्छे प्रदर्शन से जुड़ा है। हम पिछले कई वर्षों से विदेशों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये। इसलिए मुझे लगता है कि किसी एक खिलाड़ी के बजाय भारतीय टीम का प्रदर्शन महत्वपूर्ण है।’’