Neeraj Chopra Champion in Diamond League 2022: ओलंपिक चैंपियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में डाइमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। वह डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए। इससे पहले उन्होंने 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। इस दौरान वह क्रमशः सातवें और चौथे स्थान पर रहे थे।

डाइमंड लीग फाइनल्स में नीरज की शुरुआत खराब रही। उनका पहला थ्रो फाउल रहा। दूसरे राउंड में उन्होंने 88.44 मीटर दूर थ्रो करके बढ़त बनाई और फिर आखिर तक इसे जारी रखा। तीसरे में उन्होंने 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे में प्रयास में 83.60 मीटर दूर भाला फेंका।

चोट के बाद शानदार वापसी

बता दें कि चोट के कारण एक महीने तक बाहर रहने के बाद शानदार वापसी की है। उन्होंने डाइमंड लीग सीरीज का लुसाने चरण जीतकर दो दिन के फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था। नीरज लुसाने में डाइमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। जुलाई में अमेरिका में विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर जीते थे। इसके बाद उनको ग्रोइन इंजरी हो गई थी। इसके चलते वह बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए थे।

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भारतीय खेल जगत के स्वर्णिम इतिहास की पुस्तक में एक और अविस्मरणीय अध्याय आज जुड़ गया… डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी श्री नीरज चोपड़ा जी को हार्दिक बधाई! आप माँ भारती का गौरव हैं!
– Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 9 Sep 2022

13 महीने में 3 बड़ी उपलब्धियां

डाइमंड लीग फाइनल्स में चेक गणराज्य के ओलंपिक रजत पदक विजेता जैकब वाडलेज 86.94 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने चौथे प्रयास में इतना दूर भाला फेंका। जर्मनी के जूलियन वेबर 83.73 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। 24 वर्षीय भारतीय सुपरस्टार नीरज अब ओलंपिक चैंपियन, विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता और डायमंड लीग चैंपियन हैं। ये सब उन्होंने महज 13 महीने में हासिल किया है। उन्होंने पिछले साल 7 अगस्त को टोक्यो में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था।

ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के बाद सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता

डायमंड लीग फाइनल्स को ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के बाद सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता माना जा सकता है। चोपड़ा को डायमंड ट्रॉफी, 30,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि और हंगरी के बुडापेस्ट में 2023 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड से सम्मानित किया गया। हालांकि, वह लुसाने लेग में ही विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुके थे।