हाकी के महान खिलाड़ी धनराज पिल्लई को अगर किसी बात मलाल है तो बस यही कि भारतीय हाकी टीम उनके दौर में कोई पदक नहीं जीत पाई। पर वे हाकी की मौजूदा स्थिति को लेकर आशावान हैं। उनका कहना था कि अगर टीम ने एक बार ओलंपिक में पदक जीत लिया तो भारतीय हाकी फिर से बुलंदी पर पहुंच जाएगी। पूर्व कप्तान और भारतीय हाकी में योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित धनराज पिल्लई इटावा के डीपीएस स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में हिस्सा लेने यहां आए थे।
एक खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय हाकी की स्थिति काफी अच्छी है। पिछले छह-सात साल में भारतीय हाकी में पैसा भी खूब आया है जिससे खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि हाल में हमने नीदरलैंड व इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों को हराया है। टीम ने 2016 में होने वाले रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इंडिया के सभी खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं। उम्मीद है कि इंडिया टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि उनके दौर में ढेर सारी समस्याएं आती थीं पर आज ऐसी स्थिति नहीं है। विदेशी कोच हैं, चयनकर्ता भी अच्छे हैं। पिछले छह-सात साल में भारतीय हाकी में काफी बदलाव हुआ है। इंडिया हाकी लीग शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि जब मैं खेलता था तब हाल यह था कि महज एक लाख रुपए के लिए मैं तीन महीने फ्रांस में खेलने जाता था। आज एक खिलाड़ी 60-70 लाख रुपए पा रहा है।
धनराज ने बताया कि जब हम कामनवेल्थ खेलों में जीते थे तो सरकार ने हर विभाग से खिलाड़ियों को प्रमोशन देने का निर्देश दिया था। तब हमसे कहा जाता था कि हमें क्रिकेट से तुलना नहीं करना चाहिए। पर तीस साल पहले क्रिकेट का भी यही हाल था। रणजी भी विल्स प्रायोजित करता था। 1983 में जब कपिल देव, सुनील गावसकर विश्व कप जीतकर आए, उसके बाद ही देश में क्रिकेट का ग्राफ बढ़ा था। इसीलिए मैं कहता हूं कि जिस दिन ओलंपिक में हमें एक भी पदक मिल गया, भारतीय हाकी एकदम ऊंचाई छू जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब तो प्रदेश की सरकारें भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में पीछे नहीं है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अब गुजरात की सरकार ने भी मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की घोषणा की है। यह एक अच्छी पहल है। धनराज ने बीसीसीआइ की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से इसने हर राज्य व बड़े शहरों में अकादमियां खोली हैं, उससे सबक लेकर इसी तरह की पहल हाकी इंडिया को भी करनी चाहिए। इससे खेल को फायदा होगा।