CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टिंग में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है और हिमाचल प्रदेश के विकास ठाकुर ने निराश नहीं किया। आठ बार के नेशनल चैंपियन खिलाड़ी ने राष्ट्रमंडल खेलों में तीसरी बार पदक दिलाया। हालांकि, वह अपने पदक का रंग बनाने से चूक गए और दूसरी बार सिल्वर अपने नाम किया। इससे उन्होंने इसी साल मार्च में सिंगापुर वेट लिफ्टिंग कप में उन्होंने गोल्ड अपने नाम किया था। वह भारतीय वायुसेना में कार्यरत हैं।
बर्मिंघम गई भारतीय वेटलिफ्टिंग टीम में विकास सबसे अनुभवी भारोत्तोलकों में से एक हैं। उन्होंने अपने करियर में देश को खूब पदक दिलाया है। वह पूर्व राष्ट्रमंडल जूनियर चैंपियन और एशियाई जूनियर पदक विजेता रहे हैं। विकास ने 2015 में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में 85 किग्रा के वर्ग का खिताब जीता था। उन्होंने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में 94 किग्रा में कांस्य पदक जीता था। साल 2014 में ग्लासगो में रजत पदक जीता था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ठाकुर ने कुल 346 किलो वजन उठाया। स्नैच में उन्होंने सबसे ज्यादा 155 किग्रा का भार उठाया और क्लीन एंड जर्क में 191 किग्रा का भार उठाया। स्नैच राउंड के बाद वह फिजी के रैनिबोगी के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर थे। क्लीन एंड जर्क राउंड में ठाकुर ने पहले प्रयास में 187 किग्रा का वजन उठाया। फिजी के भारोत्तोलक पर 2 किलो ज्यादा भार था।
फिजी के भारोत्तोलक ने दूसरे प्रयास में 188 किग्रा भार उठाया। ठाकुर ने 191 किग्रा का भार उठाकर सिल्वर पक्का कर लिया। उन्होंने फिर अंतिम प्रयास में 198 किग्रा का भार उठाने का प्रयास, लेकिन लिफ्ट को पूरा करने में असफल रहे और गोल्ड से चूक गए। भारत ने अब 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन में आठ पदक जीते हैं। इनमें से तीन गोल्ड हैं।
समोआ के डॉन ओपेलोगे ने कुल 381 किग्रा (171 किग्रा और 210 किग्रा) वजन उठाकर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीता और अपने 2018 के प्रदर्शन के सुधार किया जहां उन्होंने रजत पदक जीता था। फिजी के टेनिएला टुइसुवा रेनीबोगी ने कुल 343 किग्रा (155 किग्रा और 188 किग्रा) वजन उठाकर कांस्य पदक अपने नाम किया।