भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने युवराज सिंह की वनडे टीम में वापसी को डोमेस्टिक क्रिकेट में उनकी बेहतरीन बैटिंग का फल बताया है। उन्होंने कहा है कि युवराज को घरेलू क्रिकेट में उनके प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम में स्थान मिला और यह कोई जुआ नहीं था। मुंबई में ईरानी ट्रॉफी फाइनल के बाद एनडीटीवी से बातचीत में एमएसके प्रसाद ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह वर्ल्‍डकप-2019 में खेलेंगे सा नहीं इस बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी। वर्ल्ड कप होने में अभी तीन दो साल से अधिक का समय बाकी है और इस बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी।

एमएसके प्रसाद ने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-2 की जीत के बाद मध्यक्रम को लेकर हम थोड़े चिंतित थे और युवराज ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेल दिखाया था, जिसके बाद हमने उन्हें टीम में वापस बुलाया यह कोई जुआ नहीं था।भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर रह चुके एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘केदार जाधव छोटे डाइनामाइट हैं, मैंने उन्हें आंध्र प्रदेश बनाम महाराष्ट्र के रणजी मैच के दौरान लाहली में देखा था। गेंद घूम रही थी जहां उनकी टीम 40 रन पर 6 विकेट गंवा चुकी थी वहां जाधव ने 80 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। केदार को मैच फिनिश करने में मजा आता है।

एमएसके प्रसाद ने युवराज सिंह के बारे में बताया कि वह इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 सीरीज में शामिल किये जाने से पहले भारतीय टीम के मेंटर की भूमिका निभाना चाहते थे। टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में प्रसाद ने बताया कि युवराज से उनकी लंबी बातचीत हुई थी और एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते वो ये भूमिका निभाना चाहते थे। गौरतलब है कि युवराज सिंह को जब भारतीय टीम में वापस शामिल किया गया था तब एमएसके प्रसाद की चयन समिति की काफी आलोचना की गई थी लेकिन युवराज ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से सभी आलोचकों को चुप करा दिया। युवराज ने कटक में खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में 150 रनों की शानदार पारी खेली थी।