क्रिकेटर इरफान खान लंबे समय से भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हैं। वे वडोदरा टीम की ओर से खेल रहे हैं। नागपुर में आठ फरवरी को एक कार्यक्रम में उन्होंने जोरदार किस्सा सुनाया। पाकिस्तान दौरे का वाकया बताते हुए पठान ने बताया कि लाहौर में कॉलेज की एक लड़की ने उनसे पूछा कि मुसलमान होते हुए भी वे भारत की ओर से क्यों खेलते हैं। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि भारतीय उन्हें होने पर उन्हें गर्व है। उस घटना ने उन्हें बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया। पठान ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के दौरान कई ऐसे वाकये हुए जिन पर वे गर्व करते हैं।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि डेब्यू मैच में जब सौरव गांगुली ने उन्हें भारत की कैप दी तो वह सबसे यादगार क्षण है। उन्होंने बताया, ”टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ी के रूप में मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पर्थ टेस्ट में मैन ऑफ द मैच बनना भी रोमांचक था।” इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में बनाई हैट्रिक को अविस्मरणीय बताया। इस बारे में बाएं हाथ के इस ऑल राउंडर ने बताया कि उस ओवर के दौरान वे नर्वस थे क्योंकि इससे पहले वे दो बार हैट्रिक लेने के दो अवसर गंवा चुके थे। इस बार ऊपरवाले पर सब छोड़ दिया। गौरतलब है कि पठान दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाई है।
इरफान पठान ने भारत की ओर से 29 टेस्ट खेले और 100 विकेट लिए। वहीं उन्होंने 120 वनडे खेले और 173 विकेट चटकाए। टी20 में भी उनका प्रदर्शन बढि़या रहा है। 24 टी20 मुकाबलों में पठान ने 28 विकेट लिए। उन्होंने 2008 में भारत की ओर से आखिरी टेस्ट और 2012 में आखिरी वनडे खेला था।
