यूं तो क्रिकेट को बल्लेबाजों का खेल माना है लेकिन कई बार गेंदबाज भी इस खेल में हावी हो जाते हैं। आईपीएल-10 में भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली डेयरडेविल्स अपनी पारी में बेहद कम स्कोर बना सकी। आईपीएल की अगर बात करें तो इसमें किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर 49 रन रहा है। जोकि रॉयस चैलेंजर्स बैंगलोर ने केकेआर के खिलाफ इसी सीजन में बनाए थे लेकिन क्या आपको पता है कि क्रिकेट इतिहास का सबसे कम स्कोर है ‘शून्य’। जी हां, जीरो … इस स्कोर पर एक बार नहीं बल्कि इतिहास में तीन बार कोई टीम ऑल आउट हुई है।

बीते साल सन् 2016 में इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में क्राइस्ट चर्च यूनिवर्सिटी ने बपचाइल्ड क्लब को जीत के लिए 221 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन जब किस्मत खराब हो तो आपको कोई भी बचा नहीं सकता और इस टीम के साथ भी ऐसा ही हुआ। टीम के नौ खिलाड़ी बिना खाता खोले ही आउट हो गए। आखिरी बल्लेबाज को ये कहकर भेजा गया कि किसी तरह वो एक रन बनाकर टीम को इस शर्मनाक रिकॉर्ड से बचाए। मगर ये खिलाड़ी भी खाता खोलने में नाकाम रहा और बपचाइल्ड क्लब बिना कोई रन बनाए महज 20 गेंदों में ऑल आउट हो गया।
हालांकि ऐसा कारनामा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी सन् 1964 में साल्टवुड क्रिकेट क्लब ने 216 रन बनाने के बाद मार्टिन वाल्टर क्लब की पूरी टीम को शून्य के स्कोर पर चलता कर दिया था। अब ऐसे में आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि इतिहास में सबसे पहले इस तरह का वाकया कब हुआ था, तो आपकी जिज्ञासा को शांत करते हुए बता दें कि 1913 में ग्लैसटॉनबरी के खिलाफ 81 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी लैंगपोर्ट का भी यही हश्र हुआ था।

