भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार (26 जनवरी) को खुद पारी का आगाज करने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में इससे टीम को अधिक संतुलन मिलता है जबकि स्पष्ट किया कि युवा लोकेश राहुल को अपनी निरंतरता पर काम करने की जरूरत है। भारत को सीमित ओवरों की श्रृंखला शुरू होने से ही सलामी जोड़ी की असफलता से जूझना पड़ा था। शिखर धवन फॉर्म में नहीं थे जबकि राहुल अब भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। कोहली ने कहा, ‘मैंने आईपीएल में पारी की शुरुआत की है और वह टी20 टूर्नामेंट है। इसलिए मैं इस बारे में जानता हूं और इसलिए मैं पारी की शुरुआत करने के लिये गया। मैं वहां खास दिखने के लिये नहीं गया। मेरी ओपनिंग से टीम को अतिरिक्त संतुलन मिलता है।’ उन्होंने कहा, ‘आप मध्यक्रम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज रख सकते हो। सुरेश रैना जैसा बल्लेबाज नंबर तीन पर अधिक खतरनाक हो सकता है। इसलिए जब रोहित पारी की शुरुआत करने के लिये नहीं होता है तब मैं किसी भी समय टीम को संतुलन देने के लिये पारी की शुरुआत कर सकता हूं।’
कोहली से पूछा गया कि क्या वह अगली बार अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे, उन्होंने कहा, ‘यह निर्भर करता है। यदि रोहित टीम में होता तो फिर वही राहुल के साथ पारी की शुरुआत करता। मुझे पारी की शुरुआत करने का शौक नहीं है। मैं नंबर तीन पर खेलता हूं। टीम प्रबंधन जिस भी नंबर पर चाहेगा मैं वहां खेलने के लिये तैयार हूं।’ कोहली ने कहा कि सलामी बल्लेबाजों से निरंतर अच्छे प्रदर्शन की दरकार है। उन्होंने कहा, ‘निरंतरता पर हमें काम करना होगा। सभी टीमें चाहती हैं कि उनके सलामी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करें। हमें हालांकि ओपनरों का समर्थन करने की जरूरत है और हम आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे क्योंकि उन्होंने पूर्व में अच्छा प्रदर्शन किया है।’
इससे पहले ऑफ स्पिनर मोईन अली की अगुवाई में गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी से इंग्लैंड ने गुरुवार (26 जनवरी) को यहां भारत को बल्लेबाजों के ढीले प्रदर्शन का मचा चखाया और कप्तान इयोन मोर्गन के अर्धशतक की मदद से पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच सात विकेट से जीतकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की शुरुआती बढ़त बनायी। भारतीय बल्लेबाजों में कप्तान विराट कोहली ने 29, सुरेश रैना ने 34 और महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 36 रन बनाये लेकिन इंग्लैंड ने अनुशासित गेंदबाजी की और इनमें से किसी को भी बड़ी पारी नहीं खेलने दी। भारत पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने पर सात विकेट पर 147 रन ही बना पाया। आलम यह था कि पूरी भारतीय पारी में केवल एक छक्का लगा। मोईन ने 21 रन देकर दो विकेट लिये। सैम बिलिंग्स (22) और जैसन राय (19) ने केवल 20 गेंदों पर 42 रन जोड़कर इंग्लैंड को तूफानी शुरुआत दिलायी। इन दोनों के युजवेंद्र चहल (27 रन देकर दो विकेट) के एक ओवर में पवेलियन लौटने के बाद मोर्गन (38 गेंदों पर 51) ने जो रूट (नाबाद 46) के साथ तीसरे विकेट के लिये 83 रन जोड़े जिससे इंग्लैंड 18.1 ओवर में तीन विकेट पर 148 रन बनाकर वर्तमान दौरे में पहली बार किसी प्रारूप में अच्छी शुरुआत करने में सफल रहा।
