बांग्लादेश के क्रिकेटर्स इन दिनों अपने जश्न मनाने की गलत टाइमिंग के कारण चर्चा के केंद्र में आ रहे हैं। उनकी इस गलती पर सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रशंसक लगातार जोक्स भी बना रहे हैं और बांग्लादेशी क्रिकेटर्स को ट्रोल करने से पीछे नहीं हटते। ऐसा ही एक वाकया देखने को मिला श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले जा रहे टेस्ट मैच में, जब बांग्लादेश के बल्लेबाज सौम्य सरकार क्लीन बोल्ड हो गए और डीआरएस की अपील करते हुए देखे गए। बाएं हाथ के बल्लेबाज सौम्य सरकार की इस मांग को देखकर क्रिकेट प्रशंसकों के साथ ही कमेंटेटर्स और श्रीलंकन टीम के खिलाड़ी हैरान थे। डीआरएस के अस्तित्व में आने के बाद से ऐसा कारनामा किसी भी अन्य बल्लेबाज ने नहीं किया था जैसा सौम्य सरकार ने किया। इसको लेकर सौम्य सरकार ट्विटर पर क्रिकेट प्रशंसकों के बीच मजाक का मुद्दा बन गए हैं।

श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गॉल में खेले जा रहे टेस्ट मैच के पांचवें दिन यह वाकया घटा। बांग्लादेश की दूसरी पारी में सौम्य सरकार बल्लेबाजी कर रहे थे। श्रीलंका के पार्ट टाइम स्पिनर असेला गुणारत्ने के ओवर में सौम्य सरकार गेंद को मिस कर बैठे और क्लीन बोल्ड हो गए। अंपायर ने सौम्य सरकार को पवेलियन जाने का इशारा किया, लेकिन सरकार क्लीन बोल्ड होने के बाद भी डीआरएस के लिए अपील करने लगे। उनकी इस अपील पर अंपायर सहित श्रीलंकाई खिलाड़ी अचंभित थे। मार्च में डीआरएस से जुड़ा यह दूसरा मामला है जिसने सुर्खियां बटोरी हैं। इससे पहले आॅस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ का मामला चर्चा में था। हालांकि, सौम्य सरकार का मामला क्रिकेट प्रशंसकों को हंसने पर मजबूर कर देगी।

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सौम्य सरकार के क्लीन ओल्ड होने के बाद डीआरएस डिमांड से सिर्फ विपक्षी टीम के खिलाड़ी और अंपायर ही हैरान नहीं थे, बल्कि वो खुद भी नहीं समझ पाए की उन्होंने ऐसा क्यों किया। इसी मैच में एक और वाकया घटित हुआ। श्रीलंकाई पारी के दौरान बांग्लादेश के गेंदबाज सुभासीष रॉय अपनी गेंद पर कैच आउट का जश्न मनाने लगे, लेकिन फील्डर कैच लेते समय सीमारेखा के पार चला गया था और इसे सिक्स करार दे दिया गया था। इसके बाद सुभासीष रॉय का भी सोशल मीडिया में खूब मजाक उड़ा था। एक ही टेस्ट मैच में लगातार दो ऐसे मामले होने से बांग्लादेशी खिलाड़ियों को लेकर सोशल मीडिया में हंसी का दौर चल रहा है। बांग्लादेश के खिलाड़ियों को अब ज्यादा सतर्क होकर मैदान पर उतरने की जरूरत है, जिससे वो हंसी के पात्र ना बने।