भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार (7 मार्च) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की जीत को अपने कप्तानी करियर की सर्वश्रेष्ठ जीत करार दिया और अपनी टीम की तुलना सांप से की जो किसी भी दिशा से डंक मार सकता है। भारत ने दूसरे मैच में 75 रन से जीत दर्ज करके चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर करायी। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘हां यह सर्वश्रेष्ठ जीत है। मैं ज्यादा नहीं कहना चाहता क्योंकि मैच का परिणाम वैसा ही निकला जैसा हम चाहते थे। यह हमारे लिये काफी भावनात्मक मैच था।’ नाथन लियोन के कोहली के विकेट को लेकर की गयी नागमणि संबंधी टिप्पणी के संदर्भ में भारतीय कप्तान ने कहा, ‘सब कुछ अनुकूल रहा। अगर नागमणि को लेकर बात करूं तो मणि ने अपना काम अच्छी तरह से किया। यहां केवल एक खिलाड़ी से नहीं जुड़ा है। यह सांप किसी भी दिशा में डंक मार सकता है। कुछ लोगों को अपने दिमाग में यह बात रखने की जरूरत है।’
कोहली ने अपने गेंदबाजों की तारीफ की जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल नहीं करने दी। उन्होंने कहा, ‘हां हमारे गेंदबाजों ने दूसरे दिन के पहले सत्र में केवल 47 रन दिये। वे (ऑस्ट्रेलिया) हमसे मैच छीन सकते थे क्योंकि एक समय उनका स्कोर बिना किसी नुकसान के 40 रन था। संभवत: उस समय पासा पलटा और हमने 100 से कम रन देकर छह विकेट हासिल कर लिये। यहां से हमने वापसी की।’ कोहली ने मैच में सात विकेट लेने वाले रविंद्र जडेजा को बेजोड़ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘उमेश और इशांत ने अच्छा साथ दिया। जब चीजें आपके अनुकूल नहीं हो तो आपको एक टीम के रूप में ऐसी चीजों की जरूरत पड़ती है। लेकिन हमने कभी प्रयास कम नहीं किये। हमने हार नहीं मानी और विरोधी टीम को भी हावी नहीं होने दिया और उन्हें पहली पारी में बड़ी बढ़त नहीं लेने दी।’
कोहली ने कहा, ‘यहां चौथी पारी में 120 रन का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होता। 150 का स्कोर बचाव करने के लिये बहुत अच्छा था और आखिर में हमने 75 रन से जीत दर्ज करके खुद को हैरानी में डाल दिया।’ भारतीय कप्तान ने कहा कि इस जीत से यह भी साफ हो गया कि भारत रन बनाने के लिये केवल उन पर ही निर्भर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमारी विरोधी टीमें यह सोचती हैं कि एक बार मैं आउट हो गया तो टीम दबाव में आ जाएगी। मैंने टीम से कहा था कि हर किसी को प्रदर्शन करना होगा। अगर मेरा प्रदर्शन अच्छा रहता है और टीम जीतती है तो मुझे खुशी होती है। इसलिए हमारी रणनीति टीम प्रदर्शन पर ध्यान देने की थी और विरोधी टीम को मुझ पर ध्यान केंद्रित रखने की थी। इस टेस्ट मैच में ऐसा ही हुआ।’
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर इयान हीली की आलोचना को तवज्जो नहीं दी जिन्होंने कहा था कि अपने मैदानी व्यवहार के कारण उन्होंने भारतीयों में अपना सम्मान गंवा दिया। उन्होंने कहा, ‘भारत में एक अरब 20 करोड़ लोग रहते हैं और एक व्यक्ति कोई अंतर पैदा नहीं कर सकता।’ कोहली ने कहा कि पिछले दस दिन टीम के लिये चुनौतीपूर्ण रहे, ‘लेकिन हमने खुद पर किसी तरह का दबाव नहीं बनने दिया।’ कप्तान ने दोनों पारियों में आउट होने के बाद रेफरल लेने के फैसले का बचाव किया। दोनों अवसरों पर उनका फैसला गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह किसी के साथ भी हो सकता है। एक बल्लेबाजी गलती करता है और आउट हो जाता है।’
