पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुब्रहमण्यम बद्रीनाथ ने शुक्रवार को खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की। तमिलनाडु के मध्यक्रम के बल्लेबाज बद्रीनाथ ने भारत की तरफ से दो टेस्ट, सात वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं। अभी यह मेरी प्राथमिकता है। यह फैसला लेने में इसकी भूमिका अहम रही।’’ बद्रीनाथ ने इस बात की घोषणा अपने 38वें जन्मदिन पर की। बद्रीनाथ ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 145 मैचों में 54.49 की औसत से 10,245 रन बनाये जिसमें 32 शतक भी शामिल हैं। साल 2000 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने वाले बद्रीनाथ इन दिनों टीवी पर क्रिकेट एक्सपर्ट के रूप में नजर आते हैं। भारतीय टीम में बद्रीनाथ लंबे समय तक जगह बनाने में नाकाम रहे, इसके बावजूद भी उन्होंने क्रिकेट में खूब नाम कमाया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के जरिए बद्रीनाथ ने अपनी एक अलग पहचान बनाई। भारत की ओर से खेलते हुए साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बद्रीनाथ ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था। हालांकि, इस मैच में वह कुछ खास कमाल नहीं कर सकें थे।

इस मैच में उन्होंने पहली पारी में 56 रन बनाए थे। इसके बाद बद्रीनाथ को एक और मैच में खेलना का मौका मिला। हालांकि, दो टेस्ट मैचों के बाद फिर कभी भी बद्रीनाथ को टीम में वापसी करने का मौका नहीं मिला। वहीं, इस दौरान उन्होंने घरेलू टूर्नामेंटों के दौरान खूब रन बनाए, लेकिन उन्हें फिर टीम में जगह नहीं दिया गया। वहीं वनडे में साल 2008 में श्रीलंका के खिलाफ बद्रीनाथ को बारत की ओर से खेलना का अवसर प्राप्त हुआ।
I want to thank @TNCACricket @BCCI all the players, support staff, who I have shared the dressing room with over the years, family and friends who have been with me through highs and lows over the years with out whom this wouldn’t have been possible. .
— subramani badrinath (@s_badrinath) August 31, 2018
इस मैच में भारत ने आसानी से जीत लिया था और बद्रीनाथ ने टीम के लिए नाबाद 27 रनों का योगदान दिया। बद्रीनाथा आईपीएल की शुरुआती सीजनों के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा भी रहे हैं। उन्होंने आईपीएल के 95 मैचों में 30.66 की औसत से कुल 1,441 रन बनाए। इस दौरान उनका सार्वधिक स्कोर 71 रहा।

