सुनील गावस्कर और वीवीएस लक्ष्मण ने मंगलवार (7 मार्च) को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ की यहां भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में डीआरएस रैफरल लेने के लिये ड्रेसिंग रूम से मदद के लिए इशारा करने की आलोचना की और कहा कि इससे खेल भावना का उल्लघंन हुआ। इस घटना के बारे में पूछने पर जो तेजी से विवाद में तब्दील हो गया तो गावस्कर ने कहा, ‘काफी लोग कमेंट्री बॉक्स में इसके संबंध में बात कर रहे थे कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने कम्प्यूटर इस्तेमाल करने वाले लड़के से इशारा लेने के लिये ड्रेसिंग रूम की ओर देखा कि उन्हें डीआरएस रैफरल लेना चाहिए या नहीं।’

उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘यह काफी खुल्लम खुल्ला है जिसमें पीटर हैंड्सकोंब ने स्मिथ को सुझाव दिया और फिर स्मिथ ने ड्रेसिंग रूम में लड़के से पूछा। मुझे नहीं लगता कि यह खेल भावना के अंतर्गत था। हमें देखना होगा कि आईसीसी और मैच रैफरी क्या करते हैं।’ कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को डीआरएस के बारे में पूछने के लिये ऊपर ड्रेसिंग रूम की ओर देखा था। गावस्कर ने कहा, ‘आपको खुद ही 15 सेकेंड के अंदर डीआरएस पर फैसला लेना होता है। मैंने पहले की घटनायें नहीं देखी लेकिन मैंने तब स्पष्ट रूप से देखा जब आज स्मिथ ने ऐसा किया, वह स्पष्ट रूप से ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा कर रहे थे।’

उन्होंने कहा, ‘अगर भारतीय कप्तान कह रहा है कि उसने ऐसी चीज (ड्रेसिंग रूम से इशारा लेने वाली) पहले भी देखी है तो मुझे लगता है कि मैच रैफरी और अंपायर को इस ओर ध्यान देना चाहिए।’ पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण और आकाश चोपड़ा ने भी इस मुद्दे पर स्मिथ की आलोचना की। लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘जिस तरह से स्टीव स्मिथ ने रिव्यू लेने के लिये ड्रेसिंग रूम की ओर देखा, उससे सचमुच निराश हूं। यह पूरी तरह से खेल भावना के विपरीत है??’

चोपड़ा ने लिखा, ‘आप रिव्यू लेने के लिये ड्रेसिंग रूम की ओर से संकेत लेने के लिये देख रहे हो??? अब…यह धोखाधड़ी है।’ हालांकि ऑस्ट्रेलियाई महान क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि स्मिथ ने जो कुछ किया, उसके लिये उसको धोखेबाज कहना थोड़ा ज्यादा ही कड़ा होगा। गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मैं रिव्यू लेने वाले युग में नहीं खेला, लेकिन मुझे संदेह है कि यह नियमों के खिलाफ होगा। यह अच्छी चीज नहीं है। निश्चित रूप से उसे (स्मिथ) को फटकार लगेगी और सब ठीक हो जायेगा।’