srilanka bomb blast: श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के दिन एक के बाद एक हुए लगातार आठ बम विस्फोटों में कम से कम 350 लोगों की मौत हो गई है और 500 से अधिक घायल हो गए हैं। इनमें से अधिकांश विस्फोट राजधानी कोलंबो में हुए हैं। प्रशासन ने पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है। श्रीलंका में गृहयुद्ध के अंत के बाद यह सबसे बड़ा खूनखराबा वाला दिन था। इन बम धमाकों में श्रीलंका क्रिकेट टीम का एक खिलाड़ी बाल-बाल बच गया। श्रीलंका के युवा ऑलराउंडर दासुन शनाका ने मीडिया को बताय कि जिस चर्च में धमाका हुआ था वहां वे जाने वाले थे लेकिन थकान के चलते वे उस दिन चर्च नहीं गए और बच गए। उन्होंने कहा कि उन्हें इस हादसे के बाद घर से बाहर जाने में भी दर लग रहा है।
दरअसल 27 साल का ये ऑलराउंडर हादसे से एक दिन पहले लम्बी यात्रा कर लौटा था। इसलिए वे रविवार को थकान के चलते सेंट सेबास्टियन चर्च प्रार्थना के लिए नहीं जा पाये थे। बम विस्फोट की शुरुआत कोलंबो स्थित कोच्चिकाडे के सेंट एंथनी चर्च से शुरू हुई, जहां सैकड़ों लोग ईस्टर की प्रार्थना सभा के लिए जमा हुए थे और आधा घंटे के भीतर ही यहां से 30 किलोमीटर दूर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्तियन चर्च में विस्फोट हुआ और फिर कोलंबो से 250 किलोमीटर दूर पूर्व में बट्टिकालोआ में स्थित जियॉन चर्च में विस्फोट हुआ।
शनाका ने क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा “मैं ऐसे मौकों पर हमेशा चर्च जाता हूं लेकिन लम्बे सफर के चलते उस दिन काफी थका हुआ था।सुबह मैं अपने घर पर था, मैंने धमाके की आवाज सुनी और लोग कह रहे थे कि बम धमाका हुआ है। मैं तेजी से चर्च की तरफ गया और मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता।’’ शनाका ने बताया जब वे वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा चर्च पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था। सब कुछ इधर उधर पड़ा हुआ था लोग शवों को बाहर की ओर खिंच रहे थे।” बात दें इस धमाके कि जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है।
