उत्तराखंड के कुमाऊ मंडल के बागेश्वर के लोग तब खुशी से झूम उठे जब भारत ने अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप आस्ट्रेलिया को हराकर जीत लिया। बागेश्वर के वाशिंदों की इस खुशी का कारण कमलेश नगरकोटी उर्फ बिट्टू था। बिट्टू आस्ट्रेलिया को फाइनल मैच में हराने वाली भारतीय क्रिकेट अंडर-19 टीम का सदस्य था। कमलेश ने आस्ट्रेलिया के कप्तान सहित दो खिलाडियों को पैवेलियन का रास्ता दिखाकर भारत की जीत पक्की की थी। भारतीय क्रिकेट अंडर-19 टीम के तेज गेंदबाज कमलेश नगरकोटी 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते है।

कमलेश की कामयाबी की बात सुनकर उनकी दादी, उसके माता-पिता और अन्य परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। उनकी दादी रमूली देवी को अपने पोते, उनके पिता लक्ष्मण नगरकोटी और मां कमला को अपने बेटे कमलेश पर बहुत गर्व है कि उन्होंने क्रिकेट में पूरी दुनिया में नाम कमाया और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। अपने पोते बिट्टू को याद करते हुए दादी कहती हैं कि मेरे पोते ने गांव का नाम रोशन किया है। भारत की जीत के बाद से ही बागेश्वर में कमलेश के घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
कमलेश का बचपन बागेश्वर की उबड़-खाबड़ पहाड़ियों में बीता। वे पहाड़ के बीच में बने मैदान में लकड़ी के बल्ले और कपड़े की गेंद से बचपन से क्रिकेट खेलने के शौकीन थे। बल्ला और गेंद जैसे बचपन से ही उनके दिलो-दिमाग में रम गए थे। बचपन में कई बार क्रिकेट खेलने के चक्कर में कमलेश जब घर देर शाम से पहुुंचते थे, तब उन्हें घरवालों की डांट खानी पड़ती थी। अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में तेज गेंदबाजी से बल्लेबाजों के छक्के छुड़ाने वाले कमलेश बागेश्वर के भरसीला गांव के रहने वाले हैं।

उत्तराखंड को बीसीसीआई से मान्यता न मिल पाने सो कमलेश राजस्थान की ओर से क्रिकेट खेलते हैं। वहीं से उन्होंने भारतीय क्रिकेट अंडर-19 विश्व कप टीम में अपनी जगह बनाई और बेहतरीन तेज गेंदबाजी के कारण आइपीएल में उनकी बोली करोड़ों रुपए की लगी। वे कोलकाता नाइट राइडर टीम के सदस्य बन गए हैं। कमलेश की अंडर-19 विव कप मैच में शानदार तेज गेंदबाजी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने ट्विटर पर जमकर तारीफ की है। कमलेश के पूरे परिवार ने टीवी के सामने बैठकर भारत और आस्ट्रेलिया के बीच अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच देखा और उसका पूरा लुफ्त उठाया। कमलेश की दादी घर में बधाई देने वालों से कहती हैं कि मेरा बेटा बहुत होनहार है और वह पूरी दुनिया में खूब नाम कमाएगा।

कमलेश की सफलता से गदगद पिता लक्ष्मण नगरकोटी कहते हैं कि बेटे की सफलता के लिए वे अपने ईष्ट देवता सैमज्यू का आभार जताने के लिए अगले महीने मार्च में पूरे परिवार को लेकर गांव जाकर पूजा करेंगे। कमलेश को भी यह पूजा करने के लिए बुलाया गया है। बागेश्वर के हर वाशिंदे की जुबान पर कमलेश का नाम है और हर कोई कमलेश के कहानी-किस्से सुनाता हुआ मिल जाएगा। जहां कमलेश के गांव भरसीला और जिले बागेश्वर में खुशी का माहौल है, वहीं उत्तराखंड सरकार कमलेश की सफलता को लेकर उदासीन रवैया अपनाए हुए है। उत्तराखंड सरकार ने विश्व कप विजेता टीम के सदस्य तेज गेंदबाज कमलेश के सम्मान में कोई पुरस्कार की घोषणा तक नहीं की है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंडर-19 विश्व कप टीम के सदस्य रहे उत्तराखंड मूल के कमलेश नगरकोटी और आर्यन जुयाल को बधाई देकर रस्म पूरी कर ली है।