भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने एक ऐसा खुलासा किया है जिसे सुनकर आप शायद ही विश्वास करें, लेकिन जब उन्होंने यह बात स्वयं बतायी है तो विश्वास ना करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। सचिन ने कहा है कि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में सुधार के लिए एक वेटर की सलाह मानी थी। एक निजी चैनल से बातचीत में सचिन तेंदुलकर ने कहा कि अगर आप खुले दिमाग के हो, तो काफी चीजें बदल सकती हैं। उन्होंने बताया कि चेन्नई में एक वेटर ने उनसे पूछा, ‘अगर आप बुरा ना मानें तो एक बात कहूं?’ सचिन ने कहा हां बोलो, तो उस वेटर ने सचिन को बताया कि उनका एल्बो गॉर्ड बल्लेबाजी के दौरान उनके बल्ले का हिलना-डुलना रोकता है और यह बात बिल्कुल सही थी।
सचिन ने कहा कि मैं इस बात से अवगत था लेकिन कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। वेटर के कहने के बाद मैने ध्यान देना शुरू किया और एक बार जब मेरे एल्बो गॉर्ड पर मेरा बल्ला टकराया तो यह दिल दुखाने वाला था, तब मैंने उसे दोबारा से डिजाइन करवाया। सचिन ने कहा कि हमारे देश में एक पानवाले से लेकर किसी कंपनी के सीईओ तक सभी आपको सलाह देंगे, इससे परेशान होने की बजाए आपको हर नए आईडिया के लिए अपने दिमाग को खुला रखना चाहिए। अपने करियर में सचिन कोहनी की चोट से कई बार परेशान रहे हैं। एक समय तो टेनिस एल्बो की चोट के कारण उनका क्रिकेट करियर खत्म माना जा रहा था। उन्होंने इसके कुछ ऑपरेशन भी करवाए और फिर चोट से उबरकर धानदार वापसी की।
इस महान खिलाड़ी का एक वेटर की सलाह मानना चौंकाने वाला है, लेकिन हमें सीख भी देता है कि कैसे कभी कभी जिन्हें हम किसी काम का नहीं मानते उनकी सलाह भी बहुत काम की हो सकती है। गौरतलब है कि करियर के शुरुआती दौर में सचिन एल्बो गार्ड नहीं पहनते थे लेकिन कुछ वर्षों बाद वे इसे पहनने लगे थे। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी उछाल वाली पिचों पर सचिन ने इसका उपयोग करना शुरू कर दिया था, चेन्नई के रेस्टोरेन्ट में वेटर से मिली सलाह को गंभीरता से लेते हुए लिटिल मास्टर ने अपने एल्बो गार्ड को फिर से डिजाइन करवाया ताकि वे फ्री होकर बल्लेबाजी कर सकें।

