कोविड-19 के चलते भले ही खेल की गतिविधियां रुक गई हों लेकिन खिलाड़ी लगातार सुर्खियों में हैं। कोई सोशल पर अपनी पोस्ट के जरिए तो इंस्टाग्राम पर लाइव चैट को लेकर चर्चा में हैं। इस लॉकडाउन के दौरान हाल ही में एक क्रिकेटर ने अपनी निजी लाइफ से जुड़ी दर्दनाक कहानी बयां की है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल के बारे में। रोवमैन अपनी बल्लेबाजी से अच्छे-अच्छे गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देते हैं लेकिन अगर आप इनके संघर्ष की कहानी सुनेंगे तो भावुक हो जाएंगे।

हाल ही में रोवमैन ने ESPN को इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने बताया कि जब वो दुनिया में आने वाले थे तो उनके पिता उन्हें मां की कोख में ही मार देना चाहते थे। रोवमैन का जन्म जमैका के सेंट कैथरीन में हुआ था। यहीं पर रोवमैन की मदर ने अकेले  ही उनका पालन-पोषण किया है। रोवमैन ने बताया कि वे अब तक न अपने पिता से मिले और न ही उनके किसी रिलेटिव से।

26 साल के रोवमैन की मां ने एक इंटरव्यू में बताया था, ”जब मेरी कोख में शिशु पल रहा था तो मेरे पति ने मुझे उसे मारने की सलाह दी थी लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी और अपने बच्चे को दुनिया में लाने का फैसला किया।” पिता के बारे में कड़वी सच्चाई सुनने के बावजूद भी रोवमैन के दिल में अपने पिता के लिए नफरत के बजाए प्यार है।

पिता को लेकर जब रोमवमैन से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”मैं अपने उनका शुक्रगुजार हूं जिनके स्पर्म के जरिए मेरा इस दुनिया में आगमन हुआ है। मेरा बचपन गरीबी में गुजरा है लेकिन मैंने हौसला नहीं खोया और ईश्वर पर भरोसा रखा। बकौल रोवमैन मेरा उन बच्चों के लिए संदेश है जो बिना पिता के अपनी लाइफ जीते हैं। कोई बात नहीं अगर आपके पिता नहीं भगवान तो साथ है।”

बात अगर पॉवेल के क्रिकेट करिअर की करें तो उन्होंने टी20 और टी10 लीग में कई बेहतरीन पारियां खेली हैं लेकिन वनडे और टी20 इंटरनेशनल में वो अभी खुद को साबित नहीं कर पाए हैं। पॉवेल ने 34 वनडे मैचों में 23.92 की औसत से 670 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है। टी20 में पॉवेल ने 26 मैचों में 20.50 की औसत से 328 रन ही बनाए हैं, जिसमें उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले हैं. हालांकि पॉवेल अभी महज 26 साल के हैं और उनके अंदर काफी टैलेंट है। यकीन मानिए ये खिलाड़ी भविष्य में कुछ बड़ा करने का दम रखता है।