गुजरात के कप्तान पार्थिव पटेल ने अपने प्रतिद्वंद्वी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा की ईरानी कप में शेष भारत की तरफ से मैच विजेता दोहरा शतक जमाने के लिये जमकर तारीफ की लेकिन साथ ही घरेलू क्रिकेट में खराब अंपायरिंग का भी जिक्र किया। पार्थिव ने साहा की नाबाद 203 रन की पारी के बारे में कहा, ‘उसने (साहा) मौकों का वास्तव में अच्छा फायदा उठाया। यह वास्तव में सही रवैया था क्योंकि अगर वे रक्षात्मक होकर खेलते तो उन्हें संघर्ष करना पड़ता। यह सही रवैया था और इससे उन्हें फायदा मिला।’ साहा तथा शेष भारत के कप्तान चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 116) ने 300 से अधिक रनों की साझेदारी निभायी जो कि इस टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी भागीदारी है। इससे शेष भारत 379 रन का लक्ष्य हासिल करके छह विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रहा।
टेस्ट मैचों में विकेटकीपिंग के लिये साहा के सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी पार्थिव ने कहा, ‘हम चाह रहे थे कि वे रक्षात्मक क्रिकेट खेलें लेकिन उसने मौके बनाये। हम सोच रहे थे कि कोई गलती करेगा और हमें विकेट मिलेगा लेकिन सब कुछ उसके अनुकूल रहा।’ अंपायरिंग के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर अपने फैसले के बारे में कुछ नहीं कह सकता लेकिन कुल मिलाकर यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ ऐसे अंपायर हैं जो कई गलतियां कर रहे हैं और उन्हें सेमीफाइनल, फाइनल या ईरानी कप जैसे बड़े मैचों के लिये चुना जाता है।’

