पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपने खिलाड़ियों पर अजीबोगरीब प्रतिबंध लगाया है। बोर्ड ने मैच जीतने के बाद खिलाड़ियों के मैदान पर पुश-अप्स लगाने पर बैन लगाया गया है। पाकिस्तान के डॉन अखबार के अनुसार, इसके पीछे जो चर्चा हुई उसमें और अजीब बातें उठीं। जैसे- पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी मैच जीतने के बाद पु श-अप्स करके किसे संदेश दे रहे हैं? क्या जीत के बाद नवाफिल, या खास इस्लामिक प्रार्थना करना बेहतर नहीं रहेगा? सेलिब्रेशन के तौर पर कप्तान मिसबाह-उल-हक ने पुश-अप्स का चलन शुरू किया था, जब उन्होंने जुलाई में इंग्लैण्ड के खिलाफ टेस्ट मैच में शतक करने के बाद ऐसा किया था। उसके बाद पूरी पाकिस्तानी टीम ने लॉर्ड्स में टेस्ट जीतने के बाद पुश-अप्स किए। बुधवार को PCB एक्जीक्यूटिव कमेटी के चेयरमैन नजम सेठी ने नेशनल असेंबली की एक कमेटी को बताया कि आगे से किसी तरह के पुश-अप्स की इजाजत नहीं दी जाएगी। अंतर्राज्यीय सहयोग कमेटी की एक बैठक के दौरान सांसदों ने इस बारे में सवाल उठाए थे, जिसके बाद बोर्ड ने यह फैसला किया।
रॉस टेलर ने दी हिंदी में गाली तो कोहली रोक नहीं पाए हंसी, देखें मजेदार वीडियो:
[jwplayer 5KAYHIwD-gkfBj45V]
बैठक में पाकिस्तानी मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद राणा मुहम्मद अफजल ने पूछा, ”पुश-अप्स करके मिसबाह-उल-हक और अन्य खिलाड़ी किसी संदेश दे रहे थे” इसके बाद उन्होंने आश्चर्य जताया कि जब टीम जीती तो खिलाड़ियों ने पुश-अप्स क्यों किए और जब हारी तो वे चुप क्यों रहे। PML-N के दूसरे सांसद चौधरी नजीर अहमद ने कहा, ”जहां शारीरिक चपलता स्वास्थ्य के लिए अच्छी चीज है, बेहतर होता अगर खिलाड़ी जीत पर पुश-अप्स करने की जगह नवाफिल (विशेष प्रार्थनाएं) करते।”
लाइव क्रिकेट स्कोर, भारत बनाम न्यूजीलैंड, रांची वनडे: मैच की लाइव अपडेट्स के लिए क्लिक करें
PCB के सेठी ने कहा कि मिसबाह ने पुश-अप्स इसलिए किए क्योंकि वह शतक पूरा करने के बाद अपनी फिटनेस दिखाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि टीम इंग्लैण्ड दौरे से पहले पाकिस्तानी आर्मी के साथ बूट कैंप पर गई थी ताकि वह अपनी ‘बदनाम फिटनेस’ को सुधार सके।