अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में जिम्बाब्वे के नाम कुछ अनचाहे और शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज़ हैं। दिग्गज खिलाड़ी एंडी फ़्लॉवर और ग्रैंट फ़्लॉवर के संन्यास लेने के बाद जिम्बाब्वे और भी कमज़ोर नजर आने लगी और एक के बाद एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम किए। ऐसा ही एक शर्मनाक रिकॉर्ड आज के दिन 2004 में जिम्बाब्वे ने बनाया था। यह शर्मनाक रिकॉर्ड अब तक बरकरार है। आज के दिन ठीक 15 साल पहले जिम्बाब्वे की पूरी टीम वनडे में मात्र 35 रन पर ढेर हो गई थी।

जी हां! अपने ही घर में खेलते हुए जिम्बाब्वे ने ये शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया था। हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरे जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने श्रीलांकाई दिग्गज गेंदबाज चमिंडा वास के सामने घुटने तक दिए। जिम्बाब्वे का पहला विकेट पांच रन पर गिरा और मात्र 35 पर आलआउट हो गई। इस दौरान श्रीलंका का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाया। जिम्बाब्वे के लिए डियोन इब्राहिम ने सबसे ज्यादा 7 रन बनाए। वहीं श्रीलंका के लिए चमिंडा वास ने चार, फरवीज़ महरूफ ने तीन और दिल्हारा फर्नांडो ने दो विकेट चटकाए।

जवाब में श्रीलंका ने ये स्कोर एक विकेट खोकर 9.2 ओवर में हासिल कर लिया। श्रीलंका का एक विकेट रसेल अरनॉल्ड के रूप में गिरा।अरनॉल्ड मात्र 6 रन बनाकर डगलस होंडो की गेंद पर आउट हो गए। श्रीलंका के लिए सनथ जयसूर्या ने 28 और महेला जयवर्धने ने तीन रन बनाए। ये वनडे में किसी भी टीम द्वारा बनाया गया सबसे कम स्कोर है।