श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने किसी तरह के विवाद से दूर रहते हुए सोमवार (9 जनवरी) को यहां कि रवि शास्त्री ने जब भारत के सर्वकालिक महान भारतीय कप्तानों की सूची तैयार की होगी तो वह सौरव गांगुली का नाम उसमें रखने से चूक गये होंगे। बंगाल क्रिकेट संघ के विजन 2020 कार्यक्रम के स्पिन गेंदबाजी सलाहकार मुरलीधरन ने कहा, ‘निश्चित तौर पर गांगुली ने कप्तानी संभालने के बाद भारतीय क्रिकेट के लिये बहुत अच्छी भूमिका निभायी। मेरे विचार में वह महान कप्तान था।’ भारतीय टीम के पूर्व निदेशक शास्त्री एक वेबसाइट को दिये गये साक्षात्कार में धोनी को ‘दादा कप्तान’ करार दिया लेकिन अपनी सूची में गांगुली का नाम नहीं रखा।

गांगुली और शास्त्री के बीच हाल में रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं। पिछले साल अनिल कुंबले को भारतीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त किये जाने के बाद इन दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ खुलकर आरोप प्रत्यारोप लगाये थे। पूर्व में भी धोनी की प्रशंसा करने वाले शास्त्री ने कहा था कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने सही समय पर कप्तानी छोड़ी। मुरलीधरन ने कहा, ‘यह आपकी राय से जुड़ा है और प्रत्येक अपनी अपनी राय होती है। हो सकता है कि वह गांगुली का नाम चूक गया हो लेकिन मैं इस बारे में बात नहीं कर सकता।’ गांगुली ने उस समय भारतीय टीम की कमान संभाली जबकि वह मैच फिक्सिंग स्कैंडल से जूझ रही थी। इसके बाद उन्होंने टीम को नयी ऊंचाईयों तक पहुंचाया था। गांगुली की अगुवाई में भारत ने देश और विदेशों में लगातार टेस्ट मैच जीते और टीम 2003 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी।