भारत और न्यूजीलैंड के बीच धर्मशाला में पहले वनडे के साथ ही महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौट आए हैं। धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और टी20 व वनडे ही खेलते हैं। इन दोनों फॉर्मेट में कप्तानी का जिम्मा उनके पास है। धर्मशाला वनडे के दौरान वे अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आए। उन्होंने गेंदबाजों का बढि़या तरीके से इस्तेमाल किया और विकेट के पीछे से उन्हें निर्देश भी देते नजर आए। इस दौरान वे फील्डर्स पर गुस्सा भी हुए तो गेंदबाजों को शाबासी भी दी। धोनी ने पहला मैच खेल रहे हार्दिक पंड्या से बॉलिंग की शुरुआत कराई और उनसे लगातार सात ओवर कराए। पंड्या भी इस भरोसे पर खरे उतरे और उन्होंने तीन विकेट लिए। इसके बाद धोनी ने अमित मिश्रा और अक्षर पटेल की जगह पार्टटाइम स्पिनर केदार जाधव से बॉलिंग कराई। जाधव ने लगातार दो गेंदों पर विकेट लेकर न्यूजीलैंड को हैरान कर दिया।
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धोनी के इस पैंतरे के बारे में सुनील गावस्कर ने कहा कि न्यूजीलैंड के मैनेजमेंट ने अमित मिश्रा और अक्षर पटेल को लेकर तैयारी की थी। लेकिन धोनी ने केदार जाधव को लगाकर उनकी तैयारियों पर पानी फेर दिया। उन्हें पता ही नहीं था कि जाधव कैसे बॉलिंग करते हैं। बॉलिंग के दौरान धोनी ने विकेटों के पीछे से भी निर्देश दिए। स्टंप में लगे माइक में उनकी आवाज रिकॉर्ड भी हुई। इसमें वे अक्षर पटेल को कहते सुने गए, ”अच्छा है बापू(गुजरात में साथी को बापू कहते हैं।), थोड़ा खींचकर डाल।” वहीं अमित मिश्रा से फील्डिंग सजाने के बारे में पूछा, ”क्या अंदर की तरफ डालेगा। केदार तू पीछे चला जा।” न्यूजीलैंड के पारी के दौरान एक वाकया ऐसा भी हुआ जिससे धोनी अपना आपा खो बैठे और उन्होंने फील्डर को तल्ख अंदाज में नसीहत दे डाली।
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दरअसल हुआ ऐसा कि न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टिम साउदी ने लेग साइड में शॉट खेला और रन के लिए दौड़ पड़े। केदार जाधव ने गेंद रोकी। इसी बीच साउदी दूसरे रन के लिए दौड़ पड़े लेकिन उनके साथी टॉम लाथम इससे लिए सहमत नहीं थे। लेकिन तब तक साउदी आधी पिच तक पहुंच चुके थे। भारत के पास रन आउट का मौका था लेकिन जाधव ने गेंद धोनी की तरफ स्ट्राइक एंड पर फेंक दी। धोनी इससे नाखुश नजर आए। निराशा जताते हुए उन्होंने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाए और फिर जाधव की ओर इशारा किया। इशारे से उन्होंने बताया कि नजर रखो और अपना दिमाग लगाओ। सही छोर पर गेंद फेंकनी चाहिए थी। गौरतलब है कि धोनी इससे पहले भी गेंदबाजों को निर्देश देते कैमरे में कैद हो चुके हैं। वे हिंदी में ही निर्देश देते हैं।
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