BEN vs SRH, Round 6, Elite Group A and B, Ranji Trophy 2019-20: पिछले पांच साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे मनोज तिवारी को इस सीजन भी आईपीएल के लिए कोई खरीदार नहीं मिला। दिसंबर में नीलामी के दौरान मनोज तिवारी को खरीदने में किसी भी टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। अनसोल्ड रहने के बाद मनोज तिवारी ने जश्न मनाते हुए एक फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था। मनोज तिवारी आईपीएल में कोलकाता नाइड राइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब जैसी टीमों की ओर से खेल चुके हैं। मनोज तिवारी ने सोमवार को रणजी ट्रॉफी के मैच में हैदराबाद के खिलाफ तिहरा शतक जड़ एक बार फिर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी20 मैच खेल चुके तिवारी ने 414 गेंद में नाबाद 303 रन बनाए जिसमें 30 चौके और पांच छक्के शामिल है।

तिवारी ने इस शतक को अपने बेटे को समर्पित किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर बताया कि आज उन्होंने उस बल्ले से तिहरा शतक लगाया जिस पर उनके बेटे का नाम लिखा है। इस वजह से वह अपनी यह पारी अपने बेटे को समर्पित करते हैं। इस मैच में तिवारी ने दस घंटे 30 मिनट तक क्रीज पर डटकर बल्लेबाजी की। तिवारी के आखिरी 50 रन सिर्फ 37 गेंदों में बने। उनका तिहरा शतक पूरा होते ही बंगाल ने पहली पारी सात विकेट पर 635 रन पर घोषित की।

भारत के लिए आखिरी बार 2015 में खेलने वाले तिवारी बंगाल के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले देवांग गांधी ने गुवाहाटी में असम के खिलाफ 1998-99 में 323 रन बनाए थे। पिछले महीने आईपीएल नीलामी में बिक नहीं सके तिवारी विवाद के घेरे मे आ गए थे जब उन्होंने राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी को बंगाल टीम के ड्रेसिंग रूम में प्रवेश करने से रोका। सत्र की शुरुआत में उन्हें कप्तानी से हटाकर अभिमन्यु ईश्वरन को नया कप्तान बनाया गया।

तिवारी की बेहतरीन पारी के बाद तेज गेंदबाज आकाशदीप और मुकेश कुमार ने क्रमश: तीन और दो विकेट लेकर हैदराबाद के पहली पारी के पांच विकेट 83 रन पर निकाल दिए। बंगाल के लिए नौवें नंबर के बल्लेबाज अर्नब नंदी 83 गेंद में 65 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने तिवारी के साथ 159 रन की अटूट साझेदारी की। (भाषा इनपुट के साथ)