श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा के खिलाफ अनुबंध संबंधी उल्लंघन बार-बार दोहराए जाने के चलते श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड अनुशासनात्मक जांच बिठाई जा सकती है। श्रीलंगा के खेल मंत्री दयासिरि जयासेकरा को लेकर दिए गए विवादित बयान के कारण मलिंगा के खिलाफ यह जांच बिठाई जा सकती है। बेवसाइट क्रिकइंफो ने श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) द्वारा जारी किए गए बयान के हवाले से लिखा है, “मलिंगा ने दो बार करार के नियमों का उल्लंघन किया है। जिसके मुताबिक मीडिया में कुछ भी बोलने से पहले उन्हें बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी से सलाह मशविरा करना होता है।”
एसएलसी ने कहा है कि मलिंगा ने 19 जून और उसके बाद 21 जून को दो बार करार के नियम का उल्लंघन किया, जिसके चलते बोर्ड को उनके खिलाफ जांच बिठानी पड़ रही है। यह जांच तीन सदस्यीय समिति के जिम्मे होगी। जांच के बाद समिति अपनी रिपोर्ट कार्यकारी समिति को देगी। एसएलसी ने मंगलवार को एक बैठक भी बुलाई है जिसमें वह कोच ग्राहम फोर्ड के इस्तीफे और नए कोच की नियुक्ति सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करेगी।
गौरतलब है कि खेल मंत्री दयाश्री जयशेखर ने बताया था कि उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में ना पहुंच पाने के लिए श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर सवाल खड़े किए थे, जिस पर मलिंगा ने उनका अपमान किया। जयशेखर ने कहा, “मीडिया में इस तरह का बयान देकर उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट अनुंबधों को तोड़ा है, जिसके लिए वह अब जांच के घेरे में है। अपने खिलाड़ियों के फिटनेस लेवल पर सवाल उठाते हुए मैने मलिंगा का नाम तक नहीं लिया था। उन्होंने खुद ही अपने ऊपर बात ले ली और सार्वजनिक तौर पर मुझे अपशब्द कहा।
मलिंगा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि खेल मंत्री को क्रिकेट के बारे में जरा भी ज्ञान नहीं है। मलिंगा ने कहा, “मुझे ऐसे लोगों की आलोचना का फर्क नहीं पड़ता जो सिर्फ अपने पद का मजा ले रहे हैं। तोते के घोंसले के बारे में बंदर क्या जाने? यह इस तरह से है मानो एक बंदर तोते के घोंसले में जाकर इसके बारे में बात कर रहा हो।”
