कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने बारिश के कारण आउटफील्ड गीला जाने से क्रिकेट मैच रद्द ना करना पड़े इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में नई तकनीक से लैस जल निकासी सिस्टम इंस्टॉल किया है। इस नई तकनीक का नाम सब-एयर ड्रेनेज सिस्टम है। इसके साथ ही केसीए ने दूसरे राज्य क्रिकेट संघों के सामने अपने मैदानों में इस तरह की नई तकनीक और उच्चस्तरीय सुविधाओं को अपनाने के लिए एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। केसीए के अधिकारियों ने मीडिया के समक्ष इस ड्रेनेज सिस्टम परीक्षण किया और इसका वीडियो भी फेसबुक पर शेयर किया। वीडियो में दिख रहा है कि आउटफील्ड में जमा हुए पानी को इस ड्रेनेज सिस्टम के जरिए बहुत कम समय में सोख लिया जाता है।
बेंगलुरू का एम चिन्नास्वामी स्टेडियम इस तरह की तकनीक से लैस ड्रेनेज सिस्टम वाला भारत का पहला स्टेडियम बन गया है। यह ड्रेनेज सिस्टम मैदान पर बारिश की बूंदों के गिरने के साथ ही एक्टिव हो जाता है। इस नई तकनीक वाले ड्रेनेज सिस्टम से बारिश के बाद मैदान को सुखाने में लगने वाले समय में कमीं आएगी और मैदान को खेलने के लिए जल्द से जल्द तैयार किया जा सकेगा। इस ड्रेनेज सिस्टम को इंस्टॉल करने वाली कंपनी का दावा है कि बारिश रुकने के तुरंत बाद ही यह ड्रेनेज सिस्टम आउटफील्ड को खेलने लायक बना देगा। केसीए ने इस ड्रेनेज सिस्टम को यूएस की कंपनी सबएयर की मदद ये चिन्नास्वामी स्टेडियम में इंस्टॉल किया है।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में इंस्टॉल किया गया यह नया सबएयर ड्रेनेज सिस्टम नॉर्मल ड्रेनेज सिस्टम से 36 गुना तेज पानी सोखता है। बारिश की बूंदे जैसे ही मैदान की सतह से टकराती हैं यह ड्रेनेज सिस्टम एक्टिव हो जाता है और मैदान में जमा हूए पानी को सोख लेता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मिनट में 10000 लीटर पानी सोख सकता है। इस नए ड्रेनेज सिस्टम के साथ ही एम चिन्नास्वामी स्टेडियम का कायाकल्प भी हो रहा है और निर्माण कार्य चल रहा है। सबएयर कंपनी के इस ड्रेनेज सिस्टम को यूएस में रग्बी और फुटबॉल मैचों के दौरान सफलतापूर्वक आजमाया जा चुका है।
