भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी पिछले कुछ सालों से अपनी छाप छोड़ने में बुरी तरह से नाकामयाब रहे हैं। आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन की बदौलत मनोज तिवारी को भारतीय टीम में भी जगह मिली थी, लेकिन उस दौरान उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला। मनोज तिवारी ने पिछले साल आईपीएल में पुणे की तरफ से टीम के लिए कई अहम पारियां खेली थी। इस साल मनोज तिवारी को किंग्स इलेवन पंजाब ने 1 करोड़ रुपए में अपनी टीम में शामिल किया है। आईपीएल से पहले भारत-बी की तरफ से खेलते हुए मनोज तिवारी ने शानदार शतक जड़कर फॉर्म में वापसी के संकेत दे दिए हैं। इस सीजन में मनोज तिवारी पंजाब के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। पंजाब में आने के बाद तिवारी बेहद खुश हैं और टीम के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हैं। तिवारी ने नीलामी के बाद एक बयान में कहा था कि पंजाब की तरफ से वह इस साल बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान देंगे। तिवारी पंजाब से पहले दिल्ली, कोलकाता और पुणे की तरफ से आईपीएल खेल चुके हैं।
देवधर ट्रॉफी एकदिवसीय क्रिकेट टूर्नमेंट के दूसरे मैच में तिवारी के शानदार शतक के बावजूद भारत-बी टीम को कर्नाटक के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। टूर्नमेंट के दूसरे मैच में कर्नाटक ने भारत-बी पर छह रन से रोमांचक जीत दर्ज की। जब तक तिवारी क्रीज पर थे, भारत-बी की जीत तय लग रही थी, लेकिन 120 के स्कोर पर तिवारी के स्टंप आउट होते ही भारत बी की हाथों से यह मैच दूर होता चला गया।
आखिरी दो ओवरों में भारत-बी को 18 रन की दरकार थी, लेकिन तेज गेंदबाज एम प्रसिद्व कृष्णा और ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम ने बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया। लाड आखिरी ओवर में गौतम की गेंद पर बोल्ड हुए। वहीं, धर्मेंद्र सिंह जडेजा 19 रन बनाकर नाबाद रहे और इस तरह भारत बी को इस मैच में 6 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
