Abhimanyu Mithun , spot-fixing scandal in the Karnataka Premier League: टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने अपने 30वें जन्मदिन को यादगार बनाते हुए विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल में 25 अक्टूबर को हैट्रिक लिया था। कर्नाटक की ओर से खेलते हुए मिथुन ने पारी के अंतिम ओवर में हैट्रिक लेकर इतिहास रचने का कारनामा किया था। 25 अक्टूबर 1989 को बेंगलुरु में जन्मे मिथुन ने अपने बर्थडे वाले दिन कुल पांच विकेट झटके थे। मिथुन की गेंदबाजी को देख एक्सपर्ट्स से लेकर क्रिकेट फैंस तक सभी ने उनकी जमकर तारीफ की थी। कभी अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को सोच में डालने वाले मिथुन इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। दरअसल, कर्नाटक प्रीमियर लीग में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग को लेकर अब मिथुन से पूछताछ की जाएगी।
मिथुन केपीएल में शिवमोगा लायंस के कप्तान है और उन पर केपीएल के दौरान फिक्सिंग का आरोप लगा है। इस मामले को लेकर सीसीबी अब मिथुन से पूछताछ करेगी। वहीं जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस संदीप पाटिल ने कहा, ‘हमने पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज मिथुन को सीसीबी के सामने पेश होने के लिए कहा है। इसके बाद ही इस मामले को लेकर कोई नई जानकारी सामने निकल कर आएगी।’ मिथुन भारतीय टीम के लिए खेल चुके हैं, लिहाजा उनसे संबंधित सभी जानकारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भी दी जाएगी।
भारत की ओर से मिथुन का करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा है। वह चार टेस्ट मैच और पांच वनडे मैचों में भारत का नेतृत्व कर चुके हैं। मिथुन ने साल 2010 में भारत की ओर से टेस्ट और वनडे में डेब्यू किया था। हालांकि, वह टीम में अधिक समय तक अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सकें और एक साल के भीतर साल 2011 में ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। 4 टेस्ट की 8 पारियों में वह 9 विकेट झटकने में सफल रहे।
बता दें कि सीसीबी केपीएल में सट्टेबाजी को लेकर अभी तक 8 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बेलागवी पैंथर्स के मालिक अली अशफाक थारा को भी इस फिक्सिंग कैस में गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं बुधवार को कर्नाटक हाई कोर्ट में थारा की जमानत याचिका को कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया।