इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली एशेज सीरीज के पहले मैच के लिए 14 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है। जोफ्रा आर्चर का रोल इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में सबसे अहम रहा। बल्लेबाजी हमेशा से इंग्लैंड की मजबूती रही, लेकिन इस वर्ल्ड कप के दौरान जोफ्रा ऑर्चर के टीम में जुड़ने से इंग्लैंड की गेंदबाजी भी शानदार रही। बीबीसी ने आर्चर के हवाले से बताया है कि वर्ल्ड कप के दौरान आर्चर तकलीफ में थे। वह दवाइयां लेकर मैच खेलने मैदान में उतर रहे थे। आर्चर ने बताया, ‘दर्द काफी ज्यादा था। मैं भाग्यशाली रहा कि उससे जूझने में कामयाब रहा। चोट बहुत बुरी थी और मैं अफगानिस्तान के बाद हुए मैचों में बिना दवाइयों (पेन किलर) के नहीं खेल पाया।’ आर्चर ने कहा, ‘टूर्नमेंट के दौरान मुझे एक सप्ताह का भी आराम नहीं मिला क्योंकि मैच जल्दी-जल्दी हो रहे थे। मुझे एक सप्ताह और 10 दिनों की जरूरत थी।’ इंग्लैंड की टीम एक अगस्त से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रतिष्ठित एशेज सीरीज खेलेगी।

इससे पहले सुपरओवर में शानदार गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले जोफ्रा ने साथी खिलाड़ी बेन स्टोक्स की तारीफ की थी। आर्चर ने कहा कि बेन स्टोक्स की सीख से उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल के सुपर ओवर में धीरज बनाये रखने में मदद मिली। बता दें कि इंग्लैंड ने सुपर ओवर में 15 रन बनाए। इसके बाद न्यूजीलैंड ने भी आर्चर के फेंके सुपर ओवर में इतने ही रन बना पाई थी। आर्चर ने कहा ,‘‘ मैं पहले मोर्गन के पास गया कि सुपर ओवर कैसे डालना है लेकिन मैं दोबारा तसल्ली करना चाहता था।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगा कि सब ठीक होगा लेकिन फिर छक्का लग गया। स्टोक्स ने ओवर से पहले ही मुझसे कहा था कि हम जीते या हारें, उसके आधार पर तुम्हारा आकलन नहीं होगा। सभी को तुम पर भरोसा है।’’ जिम्मी नीशाम ने सुपर ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का लगा दिया लेकिन आर्चर ने अपना संयम नहीं छोड़ा और इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई। इंग्लैंड ने पहली बार वर्ल्ड कप उठाया बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर इस मैच के हीरो साबित रहे।