ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी-20 मैच में भारत ने शानदारी वापसी करते हुए जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही सीरीज बराबरी पर आकर समाप्त हुई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टीम के लिए सबसे अधिक नाबाद 61 रनों की पारी खेली। वहीं शिखर धवन ने भी टीम के लिए बेहद उपयोगी 41 रनों का योगदान दिया। इस मैच में भारत की ओर से सबसे अधिक विकेट ऑलराउंडर खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या ने अपने नाम किया। पहले मैच में खराब प्रदर्शन के बावजूद कप्तान विराट कोहली ने उन्हें खेलने का लगातार मौका दिया और वह कप्तान का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। पांड्या ने इस मैच के दौरान 36 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किया। भारत के लिए हैरान करने वाली बात यह रही कि टीम के सबसे विश्वसनीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार इस मुकाबले में एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं रहे। भुवी ने अपने चार ओवर में 33 रन खर्चे, इस दौरान उन्हें एक भी सफलता हाथ नहीं लगी।

वहीं जसप्रीत बुमराह ने भी अपने चार ओवर में 38 रन दिए, लेकिन विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सकें। बुमराह और भुवी की जोड़ी भारत के लिए अब तक 16 टी-20 मैच खेल चुके हैं। ऐसा दूसरी बार हुआ जब दोनों ही गेंदबाज को किसी मैच में विकेट ना मिला हो। इससे पहले साल 2017 में राजकोट के मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ ये दोनों ही गेंदबाज कोई विकेट लेने में नाकाम रहे थे। वहीं कोहली ने मैच के बाद कहा, “जब इन दोनों (रोहित शर्मा और शिखर धवन) ने हमारे लिए काम आसान कर दिया तो चीजें काफी आसान हो गई थीं।

भारतीय कप्तान ने कहा, “जब हमारे सलाीमी बल्लेबाज अपनी लय में आ जाते हैं, तो उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। मैं तीसरे नबंर पर टीम को लक्ष्य तक ले जाने के लिए आया था। मुझे लगा था कि यह 180 का विकेट होगा। बराबर की सीरीज इस बात को अच्छे से दर्शाता है कि दोनों टीमें कैसी खेलीं।”