चेन्नई सुपर किंग्स के ऑलराउंडर खिलाड़ी शेन वॉटसन ने हैदराबाद के खिलाफ फाइनल मुकाबले में अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। वॉटसन ने चेन्नई की तरफ से संभली शुरुआत की और भुवनेश्वर कुमार का पहला ओवर मेडन निकाला। वॉटसन की बल्लेबाजी को देखकर लग रहा था कि वह ऑउट फॉर्म में हैं, इसकी वजह बल्ले पर गेंदों का सही तरीके से नहीं आना था। वॉटसन ने शुरुआती 10 गेंदें डॉट खेली और 11वीं गेंद पर सिंगल लेकर पारी की शुरुआत की। इस एक रन के आते ही वॉटसन ने एक अलग ही लय पकड़ ली और रन बनाने का सिलसिला चल पड़ा। वॉटसन ने पहले अर्धशतक लगाया और फिर 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर एक रन लेकर इस सीजन में अपना दूसरा शतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 51 गेंदें लीं। वॉटसन की इस 51 गेंदों में शुरुआती 10 गेंदें डॉट थी और अगली 41 गेंदों में उन्होंने शतक लगाकर सभी को हैरान कर दिया। संदीप शर्मा के ओवर में 27 रन बनाकर वॉटसन ने हैदराबाद के हाथों से पूरी तरह से मैच को छिन लिया।

साथी खिलाड़ियों के साथ कप्तान महेंद्र सिंह धोनी। (फोटो सोर्स- बीसीसीआई)

वॉटसन ने अपनी पारी के दौरान 57 गेंदों का सामना किया। इश दौरान उन्होंने 205 के दमदार स्ट्राइक रेट के साथ 11 चौके और 8 छक्के भी जड़े। वॉटसन 117 रन बनाकर नाबाद रहे और चेन्नई को जीत दिलाने के बाद ही पवेलियन लौटे। बता दें कि चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई को वॉटसन और उनके जोड़ीदार फाफ डु प्लेसिस (10) ने तेज शुरुआत देने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहे क्योंकि भुवनेश्वर कुमार और संदीप शर्मा ने दोनों को बंधे रखा।

इसी दबाव में डु प्लेसिस ने संयम खो दिया और बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में संदीप की गेंद पर उन्हीं के द्वारा लपके गए। ऐसा लगा हैदराबाद हावी हो जाएगी लेकिन वॉटसन ने ऐसा होने नहीं दिया और इसमें सुरेश रैना ने उनका बखूबी साथ दिया। दोनों ने तेजी से रन बटोरने के साथ सूझबूझ से पारी को बनाया और मैच हैदराबाद से काफी दूर कर दिया।