क्रिकेट के दर्शकों के लिए इससे अच्छा कोई नजारा नहीं हो सकता, जब महेंद्र सिंह धोनी लंबे शाॅट लगाकर गेंदों को स्टेडियम के पार पहुंचा रहे हों। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान धोनी अब आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान हैं। उनके शानदार प्रदर्शन और नेतृत्व के कारण ही दक्षिण भारत की ये फ्रेंचाइजी टीम अंक तालिका में टाॅप पर पहुंच गई है। हालांकि, कई वरिष्ठ खिलाड़ी धोनी की आलोचना करते हैं। इसके बावजूद उनकी परफॉर्मेंस ने उन्हें बड़ा गेम चेंजर साबित किया है।

लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रहते हुए उन्होंने जिस दिलेरी के साथ विराट कोहली की राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की धज्जियां उड़ाई हैं, उसने पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया है। धोनी के प्रदर्शन से कोच स्टीफन फ्लेमिंग भी बहुत प्रभावित हुए। धोनी की इस पारी को देखने के बाद महान सर विवियन रिचर्डस को भी भरोसा हो गया है कि पुराना धोनी फाॅर्म में लौट आया है।

विराट कोहली के नेतृत्व वाली राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ सुपरकिंग्स की तरफ से धोनी का यह प्रदर्शन बहुत ही खास रहा। यहां तक कि सुपरकिंग्स के कोच फ्लेमिंग की भी यही राय थी। न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ने स्वीकार किया कि  चिन्नास्वामी स्टेडियम में धोनी ने जिस अंदाज में मैच को खत्म किया, वह अद्भुत था। पत्रकारों से बातचीत में पूर्व कीवी कप्तान और कोच फ्लेमिंग ने कहा, “हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो आपको चौंका देने वाले अंदाज में मैच खत्म करते हैं। वह जानते हैं कि कौन-सी बाॅल दूर जा सकती है और कौन-सी गेंद पर उन्हें रक्षात्मक खेलना है। उनका प्रेजेंस आॅफ माइंड हमेशा खेल पर ही स्थिर रहता है।”

यहां तक कि महान विवियन रिचर्डस, जो इस वक्त टी20 क्रिकेट से काफी दूर हैं, स्वीकार करते हैं, “राॅयल चैलेंजर्स के खिलाफ अपने मैच में धोनी ने अपना वही पुराना फाॅर्म दिखाया, जिसे हम सभी पसंद करते हैं। धोनी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। अपनी टीम और फैन्स की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए उन्होंने खेल के आखिरी ओवरों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। धोनी और अम्बाती रायडू ऐसे वक्त में भी अच्छा खेले, जब उन्हें लक्ष्य का पीछा करना था। उन्होंने खेलकर दिखाया कि लक्ष्य का पीछा कैसे करना है। इसके बाद जब ब्रावो मैदान में उतरे तो उन्हें पता था कि कैसे खेलना है। चेन्नई के कप्तान ने वैसी ही एंट्री की, जैसी वो मोहाली या फिर बेंगलुरु में करते हैं। ये दिखाता है वो आज भी वैसे ही खिलाड़ी हैं, जिनमें भविष्य की संभावनाएं दिखती हैं, लेकिन उन आलोचनाओं पर भी उन्हें ध्यान देना पड़ेगा, जो हाल ही में कुछ सीनियर्स ने की हैं।”

बाद में सर रिचर्डस ने धोनी के शांत और संतुलित रवैये की भी तारीफ की। विवियन रिचर्डस ने इशारा किया कि कैसे झारखंड का ये खिलाड़ी विकेटकीपर से बल्लेबाज की भूमिका में आ गया। जैसे ही उसकी भूमिका बदली, उसने इतिहास रच दिया। बता दें कि राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच हुए मुकाबले में आईपीएल के इतिहास में हुए किसी भी मैच में सबसे ज्यादा 33 छक्के लगाए गए थे, जिसमें 7 छक्के तो सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने ही लगाए थे।