आईपीएल 10 में कोलकाता नाइटराइडर्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच के दौरान फील्डिंग में अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए इस मैच को केकेआर ने आठ विकेट से जीता। पंजाब ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 170 रन का स्कोर खड़ा किया। उसकी पारी के 19वें ओवर के दौरान मोहित शर्मा ने ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से शॉट खेला। उमेश यादव ने गेंद को विकेटकीपर की ओर थ्रो किया। उनका थ्रो सीधा जाकर स्टंप्स पर लगा लेकिन गेंद विकेटकीपर की पहुंच से दूर रह गई और आगे निकल गई। लेकिन तब तक पंजाब के वरुण आरोन और मोहित शर्मा दो रन पूरे कर चुके थे।
यादव का थ्रो जब आगे गया तो पंजाब के बल्लेबाजों ने एक रन और चुरा लिया। इस बार भी गेंद स्टंप्स के पास से गुजर गई और गेंदबाज उसे पकड़ नहीं पाया। इस बार भी आरोन और मोहित ने मौके का फायदा उठाते हुए एक रन और चुरा लिया। इस तरह से पंजाब की टीम को एक रन की जगह पर चार रन मिल गए।
इससे पहले सुनील नारायण ने भी मिसफील्ड की थी। जिसके चलते पंजाब को दोहरा फायदा हुआ था। बोल्ट की गेंद पर नारायण ने मनन वोहरा का कैच छोड़ दिया और गेंद चौके के लिए भी चली गई। हालांकि फील्डिंग के दौरान इन सब गलतियों के बावजूद मैच कोलकाता ने जीता। उसने सुनील नारायण को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतार दिया। यह फैसला कारगर साबित हुआ। पंजाब की टीम इस रणनीति के लिए तैयार नहीं थी।
नारायण ने 18 गेंद में चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 37 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने पहले विकेट के लिए कप्तान गौतम गंभीर (72 नाबाद) के साथ 34 गेंद में 76 रन की साझेदारी की। यह केकेआर का पावरप्ले का सबसे बड़ा स्कोर है। सुनील नारायण को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने गेंदबाजी करते हुए एक विकेट भी लिया था। इस जीत के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स अंक तालिका में टॉप पर आ गया है। उसने तीन मुकाबलों में से दो जीते हैं।
