भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच रांची में खेले जा रहे चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मुकाबले में मेजबान टीम को एक बड़ा झटका लगा है। भारत के कप्तान विराट कोहली दूसरे दिन भी मैदान पर क्षेत्ररक्षण के लिए नहीं आए और कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कंधे की चोट की वजह से अब शायद इस टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। हालांकि, बीसीसीआई ने बयान जारी कर कहा है कि कप्तान कोहली की चोट गंभीर नहीं है। बीसीसीआई ने यह नहीं बताया है कि विराट कोहली बल्लेबाजी के लिए मैदान पर लौटेंगे या नहीं। गुरुवार को मैच के 40वें ओवर में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पीटर हैंड्सकांब के शॉट को रोकने के चक्कर में बाउंड्री लाइन पर कोहली दाहिने कंधे में चोट खा बैठे। इसके बाद वह मैदान में नहीं उतरे। उनकी जगह अजिंक्य रहाणे कप्तानी संभाल रहे हैं।
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद रांची के बरियातू स्थित पल्स डायग्नोस्टिक सेंटर में कोहली का एमआरआइ कराया गया। विराट के साथ टीम के फिजियोथेरेपिस्ट पैट्रिक फरहार्ट भी थे। जांच में पता चला कि कोहली का लिगामिंट (अस्थि बंध) फट गया है। इसे ठीक होने में सात से दस दिन का समय लग सकता है। कोहली ने हाथ में दर्द की भी शिकायत की है। अब देखना यह होगा कि कोहली की चोट कितने दिनों में ठीक होती है। वह धर्मशाला में होने वाले चौथे टेस्ट में भी खेल पाते हैं या नहीं। धर्मशाला टेस्ट 25 मार्च से खेला जाएगा। उमेश यादव की गेंद पर पीटर हैंड्सकोंब के शॉट को बचाने की कोशिश में विराट अपने कंधे को चोटिल कर बैठे। उस वक्त उन्हें आइसपैक का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
NEWS ALERT – Captain Virat Kohli recuperating from shoulder strain. Relevant investigations have revealed that there are no serious concerns pic.twitter.com/v5tgdZlKHx
— BCCI (@BCCI) March 16, 2017
इस बीच बीसीसीआई ने विराट के कंधे की चोट को लेकर तस्वीर साफ़ करने की कोशिश की है। बीसीसीआई के मुताबिक विराट कंधों की चोट से उबर रहे हैं और जांच से पता चला है कि कुछ भी चिंताजनक नहीं है। कोहली के स्थान पर अभिनव मुकुंद फील्डिंग के लिए उतरे थे, बाद में उन्हें रांची के एक अस्पताल ले जाया गया। ये भी कहा जा रहा है कि डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है और डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें रांची टेस्ट के बाकी बचे खेल में मैदान पर नहीं उतरना चाहिए।
