इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चाहल ने कहा कि उन्हें लगातार ऑफ स्टंप लाइन के बाहर गेंदबाजी करने का फायदा मिला। चाहल ने टी20 क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 25 रन देकर छह विकेट हासिल किये जो किसी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्हें इस प्रदर्शन से ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। चाहल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘जब जो रूट और मोर्गन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, तो मैंने माही (धोनी) और विराट भाई से चर्चा करने के बाद उन्हें ऑफ साइड पर गेंदबाजी करने की योजना बनायी क्योंकि उस लाइन को बरकरार रखकर उनके लिये हिट करना मुश्किल हो जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘जब इंग्लैंड की टीम गेंदबाजी कर रही थी तो गेंद काफी टर्न कर रही थी और पिच से धीमी आ रही थी। इसलिये मै बिलिंग्स और जेसन रॉय को नयी गेंद से फुल लेंथ गेंदबाजी कर रहा था क्योंकि वे अच्छे बल्लेबाज हैं। फिर मैंने मिशी (मिश्रा) भाई को देखा, उन्हें थोड़ा टर्न मिल रहा था और वह गेंद की तेजी में भी विभिन्नता ला रहे थे, जिसे मैंने भी आजमाया। इससे मुझे विकेट हासिल करने में मदद मिली।’ चाहल ने कहा, ‘मैंने भारत के लिये ज्यादा मैच नहीं खेले हैं लेकिन जब भी मैं बेंगलुरु में खेला हूं, मुझे यह अपने घर की तरह महसूस हुआ है। मैंने यहां विकेट हासिल किये हैं। मैं इस तरह के प्रदर्शन को आगामी घरेलू सत्र और आईपीएल मैचों में भी जारी रखना चाहूंगा।’
इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के अर्धशतकों के बाद युजवेंद्र चहल की फिरकी के जादू से भारत ने तीसरे और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बुधवार (1 फरवरी) को यहां इंग्लैंड को 75 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीत ली। भारत ने धोनी (36 गेंद में 56 रन) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और रैना (45 गेंद में 63 रन) के साथ उनकी तीसरे विकेट की 55 और युवराज सिंह (10 गेंद में 27 रन) के साथ 4.4 ओवर में चौथे विकेट की 57 रन की साझेदारी की बदौलत छह विकेट पर 202 रन बनाए। धोनी और युवराज की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से भारत अंतिम नौ ओवर में 118 रन जोड़ने में सफल रहा। भारतीय पारी में 11 चौके और 12 छक्के लगे। इसके जवाब में टी20 क्रिकेट में भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले चहल (25 रन पर छह विकेट) की बलखाती गेंदों के सामने जो रूट (42) और कप्तान इयोन मोर्गन (40) के बीच तीसरे विकेट की 64 रन की तेजतर्रार साझेदारी के बावजूद इंग्लैंड की टीम 16.3 ओवर में 127 रन पर ढेर हो गई। जसप्रीत बुमराह ने भी 14 रन देकर तीन विकेट चटकाए। टीम ने अंतिम आठ विकेट सिर्फ सात रन पर गंवाए। भारत ने इसके साथ टेस्ट और वनडे के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला भी जीती।
