अंडर-19 में शानदार प्रदर्शन के जरिए राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले बल्लेबाज ऋषभ पंत बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले जा रहे तीसरे टी-20 मैच से क्रिकेट के इस स्वरूप में पदार्पण कर रहे हैं। पंत ने अपने कॅरियर के शुरुआती दिनों में शहर-शहर भटककर क्रिकेट के जुनून को जगाए रखा। वह रूड़की से दिल्ली आए, फिर राजस्थान गए, फिर दिल्ली गए। यहां तक कि उन्हें एक बार अकादमी से बाहर तक कर दिया गया था। उन्होंने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला मैच 22 अक्टूबर 2015 को खेला था। दिसंबर 2016 में उन्हें अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलने वाली टीम में शामिल किया गया और नेपाल के खिलाफ मैच में उन्होंने 18 गेंदों में अर्द्धशतक जड़कर इस स्तर पर सबसे कम गेंदों में फिफ्टी बनाने का नया रिकॉर्ड बना दिया। इसके बाद उन्होंने नामीबिया के खिलाफ शतक जड़कर टीम इंडिया को सेमी-फाइनल में पहुंचने में मदद की।
मजे की बात यह है कि अंडर-19 वर्ल्ड कप में पंत का शतक उसी दिन आया, जब आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 10 लाख बेस प्राइज की जगह 1.9 करोड़ रुपए में खरीदा। पंत ने 2016-17 क्रिकेट सत्र में झारखंड के खिलाफ 48 गेंदों में शतक जड़कर तहलका मचा दिया था। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ तिहरा शतक भी जड़ा था। पंत ने 10 प्रथम श्रेणी मैचों की 16 पारियों में 1080 रन बनाए हैं, इसमें 4 शतक और 3 अर्द्धशतक शामिल हैं।
भारत के खिलाफ सीरीज के आखिरी मैच में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। भारतीय टीम में इस मैच के लिए एक बदलाव किया गया है और मनीष पाण्डेय के स्थान पर रिषभ पंत को टीम में शामिल किया गया है।

