भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु टेस्ट के दूसरे दिन दिलचस्प नजारा देखने को मिला। स्टेडियम में दर्शकों ने रवींद्र जडेजा के पक्ष में नारे लगाए और उनसे बॉलिंग कराने की मांग करने लगे। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली तक जब यह आवाज पहुंची तो उन्होंने जडेजा को तुरंत बॉलिंग पर लगा दिया। यह वाकया ऑस्ट्रेलियन पारी के 97वें ओवर के दौरान हुआ। ओवर शुरू होने से ठीक पहले दर्शक ‘वी वॉन्ट जड्डू, वी वॉन्ट जड्डू’ कहने लगे। इस दौरान रविचंद्रन अश्विन गेंदबाजी के लिए आ चुके थे। उन्होंने अपनी टोपी अंपायर को दी थी और बॉलिंग मार्क पर पहुंच गए थे। लेकिन तुरंत ही कोहली ने जडेजा को उसकी फील्डिंग की जगह से बुला लिया। अश्विन अंपायर से अपनी टोपी वापस लेकर चले गए। अब गेंद जडेजा के हाथ में थी। इस पर दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में जडेजा ही सबसे कामयाब भारतीय गेंदबाज थे। उन्होंने 63 रन देकर 6 विकेट लिए। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले उन्होंने पिछले साल दिसंबर में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट की दूसरी पारी में सात विकेट लिए थे। हालांकि भारतीय गेंदबाजों में जडेजा ने ही सबसे कम ओवर डाले। उन्होंने केवल 21.4 ओवर डाले। उनसे ज्यादा ओवर तो ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने डाले। ईशांत ने 27 और उमेश ने 24 ओवर बॉलिंग की। वहीं अश्विन ने 49 ओवर डाले। जडेजा ही भारत की ओर से प्रभावशाली दिख रहे थे। साथ ही जडेजा को सबसे आखिर में गेंदबाजी आक्रमण पर लगाया गया था। मैच के तीसरे दिन भी जडेजा ने ही कंगारू पारी को समेटा था और बड़ी बढ़त से रोक दिया था।
बेंगलुरु टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में रवींद्र जडेजा के कम ओवर डालने पर जानकारों ने सवाल उठाए थे। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी कहा था कि जडेजा से कम ओवर कराए गए। उनका कहना था कि जडेजा की गेंदों को खेलने में ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाजों को दिक्कत हो रही थी। इसके अलावा सोशल मीडिया में भी यह बात उठी थी कि जडेजा से कम गेंदबाजी क्यों कराई गई।
