आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल: वो मैच जिसे भारतीय क्रिकेट फैंस भुलाना चाहेंगे। चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान ने हरफनमौला खेल दिखाते हुए भारत को 180 रनों से करारी मात दी थी। पाकिस्तान द्वारा रखे गए 339 रनों के लक्ष्य के दबाव में भारत का मजबूत और गहरा बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया और पूरी टीम 30.3 ओवरों में महज 158 रनों पर सिमट गई। आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में यह किसी भी टीम द्वारा रनों के लिहाज से हासिल की गई सबसे बड़ी जीत थी। मगर इस मैच में भारत की उम्मीद जगाई, हार्दिक पांड्या ने। 43 गेंदों में चार चौके और छह छक्के की मदद से तूफानी 76 रन बनाने वाले हार्दिक पांड्या ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
एक समय ऐसा था जब उन्होंने लगातार तीन छक्के जड़कर पाकिस्तानी फैंस की पेशानी पर बल ला दिए थे। मगर साथी बल्लेबाज रवींद्र जडेजा से कुछ गलतफहमी के चलते पांड्या रन-आउट हो गए। पांड्या ने शॉट खेलकर जडेजा को दौड़ने का इशारा किया। जडेजा क्रीज से आगे तो बढ़े मगर वापस लौट गए, तब तक पांड्या काफी दूर निकल चुके थे। गेंद पांड्या के छोर पर आई और विकेट भी पांड्या का गिरा। री-प्ले में दिखा कि जडेजा गेंद की ओर देख रहे थे, जबकि पांड्या सीधे भागते चले आए। आउट होने के बाद पांड्या ने काफी गुस्से में प्रतिक्रिया दी थी।
पांड्या के रन-आउट के लिए जडेजा को जिम्मेदार ठहराया गया। सोशल मीडिया पर जडेजा और पांड्या के बीच गुस्से को चुटीले अंदाज में दर्शाने वाले पोस्ट्स की लाइन लग गई। हालांकि पांड्या या जडेजा, दोनों ने ही इस पर कुछ नहीं था। अब पांड्या ने खुलासा किया है कि आउट होने के बाद क्या हुआ है। पीटीआई से बातचीत में पांड्या ने कहा, ”इसमें बहुत समय लगा। ईमानदारी से कहूं तो सिर्फ तीन मिनट। यह सिर्फ त्वरित प्रतिक्रिया थी। मैं बहुत जल्दी गुस्से में आ जाता हूं और कुछ मिनट बाद मैं ड्रेसिंग रूम में बैठा हंस रहा था। मुझे देखकर, कुछ और खिलाड़ी भी हंसने लगे।”