चौथा टेस्ट मैच हारकर इंग्लैंड के हाथों 1-3 से सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम शुक्रवार को सीरीज का अंतिम मैच खेलने मैदान में उतरेगी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुरुआती दो मैचों में टीम में कई बदलाव किए, जबकि तीसरे और चौथे टेस्ट में उन्होंने एक ही टीम के साथ खेलने का फैसला किया। पांचवें टेस्ट से पहले फिर टीम में कुछ खिलाड़ियों को बदलना तय माना जा रहा है। इस विषय को लेकर इंडियन एक्सप्रेस ने टीम के कुछ क्रिकेटर्स से बात की। एक खिलाड़ी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा, ”अगर विराट कोहली सीरीज के शुरुआत में ही खिलाड़ियों से कह देते कि पहले 3 टेस्ट मैचों में वही टीम खेलेगी, जो बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो खिलाड़ियों को हौंसला मिलता। विराट कोहली एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन लगातार टीम में बदलाव करने से खिलाड़ियों का मनोबल गिर जाता है। ऐसे में उनका खुद पर से भरोसा उठ जाता है और हर समय उन पर बेहतर खेलने का दबाब भी रहता है।”
एक खिलाड़ी के मुताबिक टीम को इस बात का अनुमान पहले ही था कि इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाज ज्यादा परेशान करेंगे। इसकी वजह शुरुआती विकेटों के गिर जाने के बाद खिलाड़ियों का रिलैक्स हो जाना रहा। शुरुआती विकेट गिरने के बाद गेंदबाजों ने लो-ऑर्डर मिडल बल्लेबाजों को रन बनाने का मौका दिया। अगर वह चाहते थे तो उन्हें रोका जा सकता था। जब हमने टॉप-चार विकेट सस्ते में ले लिए तो हमें लगा कि हमने अपना काम कर दिया। वहीं हमारी सबसे बड़ी गलती थी।
टीम के एक और खिलाड़ी ने कहा, ”बल्लेबाजों को पूरी सीरीज कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा तो वहीं गेंदबाज भी औसत से कम रहे। टीम में अनुशासन और बेहतर योजना से चीजें बेहतर हो सकती थीं।” बता दें कि हार्दिक पांड्या सीरीज में अब तक बल्ले से नाकाम रहे हैं। उन्होंने पूरी सीरीज में केवल एक अर्धशतक लगाया है। ऐसे में टीम प्रबंधन मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी को मौका दे सकते हैं। वहीं सलामी जोड़ी के लिए पृथ्वी शॉ भी टीम में जगह बनाने के रेस में हैं।
