आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 का फाइनल फैंस के जहन में सालों तक याद रहने वाला है। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। बहुत कम बार ऐसा देखा गया है कि 50 ओवर का मुकाबला ड्रॉ पर आकर समाप्त हुआ। इसके बाद खेला गया सुपर ओवर भी टाई हो गया, जिस वजह से अधिक बाउंड्री इंग्लैंड के पक्ष में होने की वजह से उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। इंग्लैंड की टीम 44 सालों में पहली बार वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही। इस जीत से जहां पूरे इंग्लैंड में जश्न का माहौल है तो वहीं कप्तान इयोन मॉर्गन आईसीसी के इस नियम से नाखुश दिखाई पड़ रहे हैं। ‘द टाइम्स’ ने इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन के हवाले से लिखा, ‘मैं नहीं समझता कि दोनों टीमों के बीच बहुत कम अंतर होने के बाद उस तरह से खिताब का फैसला करना सही था। मैच में एक पल भी ऐसा नहीं था जब कोई टीम दूसरी पर भारी दिखाई दे। दोनों के बीच कांटे का मुकाबला था और ऐसे में इस विजेता का फैसला करना सही नहीं था।’
मोर्गन ने कहा, “मैं वहां था और मैंने मैच के हर लम्हें को बेहद करीब से देखा है, हमारी टीम को जीत मिली लेकिन मैच का एक पल भी ऐसा नहीं था जिसे देखकर हम कह सकें कि हम जीत के हकदार थे।’ मॉर्गन ने कहा, ‘‘अगर आप कोई विकल्प दे सकते हैं तो मैं दोनों की तुलना कर सकता हूं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी कोई विकल्प है। नियम निश्चित तौर पर काफी पहले तय किये गये थे और हमारा इन पर कोई नियंत्रण नहीं है। ’’
इयोन मॉर्गन ने कहा कि आईसीसी द्वारा तय किये गये नियमों पर उनका नियंत्रण नहीं है। विश्व क्रिकेट की शीर्ष संस्था के ‘बाउंड्री’ गिनने के नियम की कड़ी आलोचना की जा रही है जिससे विश्व कप 2019 के विजेता का फैसला हुआ था। फाइनल और सुपर ओवर टाइ छूटने के बाद इंग्लैंड को अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया। उसने फाइनल में 22 चौके और दो छक्के लगाये थे जबकि न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाई थी।